चाय मेरे लिए __ सुकून है, जज़्बात है, चाहत है, आदत है, ज़रिया है, नज़रिया है, सत्कार है, अपनापन है, दवा है, नशा है, सुबह और शाम है, वक्त है, याद है, पहचान है, सम्मान है, अंदाज़ है, भरोसा है, आराम है, अहसान है, एहसास बहुत ख़ास है। चाय मेरे लिए__
कुछ खास नहीं है, कहने को। कोई राज़ नहीं है, दिल में रखने को। बस वक्त नहीं है, किसी से मिलने को। कोई शिकायत नहीं है, किसी से करने को। कोई वजह नहीं है, किसी से उलझने को। कोई अभिमान नहीं है, बस खुशी है, जिंदगी मिली है जीने को।
आज चांद को छूना चाहा.. वो मेरी ऊंगली के सहारे.. मेरे दिल में उतर गया.. मुझे रोशनी से सराबोर कर दिया।। मुझे समेटे मेरे अंदर ही पिघलता गया।। बस ये वक्त यहीं, यूंही ठहर सा गया।।