सकारात्मकता व्यक्ति के जीवन का आधार होता है, और सकारात्मक साहित्य केवल व्यक्ति को ही नहीं बल्कि समाज को भी नयी दिशा देता है... ।
©वन्दना नामदेव-
यदि आप किसी को मूल्यवान उपहार देना चाहते हैं तो उसे अपना समय दीजिएगा...आज के समय में, समय से अधिक मूल्यवान कुछ भी नहीं... ।
©वन्दना नामदेव-
चाहे जितने लगा लो तुम मेले यहाँ,
चलना पड़ता है लेकिन अकेले यहाँ।
ये रिश्ते,ये नाते हैं इक आवरण बस,
सभी स्वार्थ के बस झमेले यहाँ।।
©vandana Namdev-
Conversation is good for healthy relations but understanding is the best medicine. So keep understanding in ur relations.
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कौशल्या-दशरथ के नंदन, मर्यादा पुरुषोत्तम राम,
जन्मभूमि है नगर अयोध्या, पतित पावनी है श्रीधाम ।
सत्य सनातन धर्म विजेता, संस्कृति के अनुपम पर्याय,
भारत के जन जन के नायक, अतुलित अद्भुत सर्वहिताय ।-
पाना और खोना जमाने का पुराना दस्तूर हो गया।
जीवन के झमेलों में कोई पास तो कोई दूर हो गया।।-
लिखते रहेंगे हम अल्फ़ाज़ यूँ सदा,
देते रहेंगे हम तो आवाज यूँ सदा
जीवन के इस सफर में हार हो जीत
करते रहेंगे लेकिन आग़ाज़ यूँ सदा।
वन्दना नामदेव-
हे राष्ट्र विचारक अन्वेषक,
हे दिव्य ज्योति हे उद्घोषक।
है नमन तुम्हें शत शत वंदन,
हे नवचेतन के युग प्रवर्तक।
©वन्दना नामदेव-
हमारी आन है हिंदी हमारी शान है हिंदी ,
सभी भाषा में उत्तम है अधर मुस्कान है हिंदी ।
कराती है सहज परिचय हमारी संस्कृति का यह ,
सभी के दिल में बसती है मधुर गुणगान है हिंदी ।।
©वन्दना नामदेव-