तू मगर साथ रहें
हमेशा...
फिर चाहें कितनें भी फासलें रहें...
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दुःखी हूँ
और न जाने कब से हूँ
नहीं, नहीं!
किसी के खुशियों से नहीं हूँ
और न ही नाराज़ हूँ किसी से
बस बहुत दुःखी हूँ
और न जाने कब से हूँ...
समझतीं हूँ कि कोई नही समझेगा
जानती हूँ कि कोई नहीं जानना चाहेगा
बस अब सबसे दूर हूँ
और न जाने कब से हूँ...?
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बनना चाहूँ एक विश्वास
जब ग़लत करे कोई,किसी के साथ
तो रहे मन में उसके, सज़ा के डर का अहसास।
जब सही करे कोई, किसी के साथ
तो रहे मन में उसके,मेरे साथ होने का विश्वास।
बस कुछ यूं
ज़िन्दगी को जीना चाहूँ
की अब बनना चाहूँ
एक विश्वास।-
फ़र्ज़ को केवल महत्व दिया हमेशा
इस दौरान अधिकार मिल भी रहे या नही ?
इस बात का कभी होश नही रखा...
अपना बनाते गए हमेशा सबको
मगर अपना मुझे मान रहा कौन ?
इस बात का कभी होश नही रखा...
दुसरो के हक़ के लिए रही खड़ी
मगर अपने लिए क्यों नही रही खड़ी ?
इस बात का कभी होश नही रखा...
रिश्तो के उलझनों में फसती रही
मगर कब तक अपने लिए सुलझी रही ?
इस बात का कभी होश नही रखा...
इस बात का कभी होश नही रखा....
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अपने फ़र्ज़ को निभाने के लिए भी
अपने पास पहले अधिकार होना ज़रूरी होता हैं।
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एक एहसास हो तुम,
की मेरे एक ख्वाब हो तुम
चाहे कितनी भी देर हो जाये
मेरे इंतज़ार की मांग हो तुम।
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You know dear,
You are so beautiful
Not because you have bright colour
That because you have bright dreams in it..
And you only know that how much time you saw that which u never and ever deserve it but because of me you had to see!
And for my broken heart nd for my stupid beliefs you had to pay many cost with your tears..
I'm sorry for this...
But I'm trying to give you all the destinations where you should be present for your dreams and for tears of happiness..
I'm trying..🌹🤞-
लोग रिश्तो को importance देते हैं,
जिस वज़ह से जो अच्छा निभा सके,
उसी से रिश्ते रखते हैं।
जिसकी वज़ह से उनके पास
बहुत सारे options होते हैं
लोगो के।
ये नहीं तो कोई और सही,
उससे रिश्ता नया बना लेंगे।
लोगो की कमी थोड़ी हैं यहाँ,
कौन अब इतना किसी के लिए मरे!
हैं न!?
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