आज आखिरी शाम है
बस जाम ही जाम है
दिन ढल रहा है
साल बदल रहा है
कहीं गम के साए हैं
कोई जश्न मनाए है
किसी का दिल टूटा है
कोई प्यार में रूठा है
जाने वाले को कौन रोका है
ये नए साल का मौका है
नए रंग है, नई उमंग है
रोशनियों की तरंग है
नई खुशियों की आगाज़ है
नए अरमानों की परवाज़ है
गई गलतियों से सीखे हम
चलो फिर,
एक नया कदम ले ले हम....!!
© Vaisshali-
Likhti hun Dil se...!!
शब्द हलक में अटक गए
आँखें नम सी हुई जाती हैं
ये साल जा रहा है ?
या
मेरी रूह जुदा हुई जाती हैं...?
----------- वैशाली -------------
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तुम पूजती हो ये सत्य हो सकता है
तुम पूजी जाओगी इस भ्रम में मत रहना...!!
कर्तव्य पथ पर अडिग रही ये फैसला तुम्हारा था
अधिकारों पर बात करोगी इस भ्रम में मत रहना..!!
जो मिला वो अधिकार नहीं भेट थी तुमको
जो चाहोगी वो मिलेगा इस भ्रम में मत रहना..!!
अकेली रहो अपनी राह चुनो फैसला तुम्हारा है
फैसलों पर अमल कर पाओगी इस भ्रम में मत रहना..!!
ख्वाहिश रखो सपने बुनो आसमां तुम्हारा है
चांद को छू पाओगी इस भ्रम में मत रहना...!!
पुरूषों के इस समाज में कुचल दी जाओगी
सर उठा खड़ी हो पाओगी इस भ्रम में मत रहना..!!
कर लो हजारों जतन खुश न कर पाओगी
कोई तुम्हारा अपना होगा इस भ्रम में मत रहना...!!
मार कर अपने को जिंदा सबको भले ही रख लो
अगला जनम पुरुष का मिलेगा इस भ्रम में मत रहना..!!
©®VAISSHALI-
आज प्यार ने प्यार में रुला दिया,
क्या हुआ जो उन्होंने हमे भुला दिया ,
हम तो वैसे भी अकेले थे इस जहां में
क्या हुआ जो उन्होंने एहसास दिला दिया.....!!
©®VAISSHALI-
#आधुनिक_सर्दी !!
सर्द है मौसम,
चली ठंडी बयार है !
कंपकपाती ठंडी में,
जम जाती हर बात है !
ठण्ड है इतनी कि ,
जम गए जज़्बात है !
जम गया है खून सारा,
जम गए हालात है !
धुंध छाई है चारों ओर ,
नैनो में क़ैद नज़ारे है !
सुनाई न देता कुछ हमे,
सन्नाटे यूँ चिल्लाते है !
ठण्ड की यह दहशत देखो,
कंपकपाते रिश्ते है !
कल साथ ढूँढते फिरते थे,
आज अकेले चाय का लुफ्त उठाते है !!
®© Vaisshali-
बढ़ गए तेरे प्यार के गम बेहद
कुछ इस तरह सहारा दिया
कुछ को दिल में जप्त कर लिया
कुछ को धुएँ में उड़ा दिया !!
©® वैशाली-
अश्कों से भिगो कर, खून से सींच कर
लिख दी पाती मैंने पिया के नाम की
देख उसे वो बौखला गए
जवानी के चोंचले बतला गए
जो न जाने मेरे अश्कों का मोल
खून -ए-जिगर का मोल क्या जानते
मैं ऐसी ही हूँ क्या जानते नहीं
जानते हैं लेकिन मानते नहीं
मेरा प्यार अल्हड़ है अल्हड़ ही रहेगा
समझकर कोई प्यार कैसे करेगा? 🤔
काश! के तुम मेरा दर्द समझ पाते 😔
मोहब्बत की गहराई को जान जाते
फिर अश्क की जगह इत्र ने ली होती
खून से नहीं पाती,स्याही से लिखी होती।।
©® ------ वैशाली --------
किसी के दिल में रहना था
बड़ी बेहिसाब तम्मना थी
वो यूं ही अचानक चले आए
नजरें जो मिली उनसे
हम अपने को भूल आए
देनी थी दस्तक दिल पर
हम अपना भी उन्हें दे आए...!!
®©VAISSHALI-
दिल को और दर्द दिजिये
जख्म को नासूर होने दिजिये
जब मिल जाए तस्सली तुम्हें
खुदा से फिर माँग लिजिए ।।
जाने फिर मिलेंगे की नहीं
मौका न ये जाने दिजिये
है बहाना मसरूफियत का
किनारा हमसे कर लिजिए।।
मिल जाए जो सुकून तेरी रूह को
दुनिया से रूखसती हमें दीजिए
ये इंतजार और न कर पाऊँगी
अपने दीदार संग विदा कीजिए ।।
-------- ©® Vaisshali ---------
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