Vaishnavi Vashishth   (Vaishnavi Vashishth)
801 Followers · 2 Following

Joined 16 January 2020


Joined 16 January 2020
30 MAR AT 23:09

एकांत वास और गहरी सांस
खुदसे मुलाकात
और उसका साथ।

-


14 MAR AT 18:32

नैन कजरारे, वोल प्यारे प्यारे हैं
बाल घुंघर बाले, वो श्याम प्यारे मेरे हैं।

-


13 MAR AT 17:27

खेलूं होली प्रेम की ऐसी की
रंग उसके प्रेम का मेरी रूह मे घुल जाए,
और जो घुल जाए रंग उसके प्रेम का, तो
फिर "मेरी" और "उसकी" रुह हमारी रुह बन जाए। ♥️

-


12 MAR AT 22:52

भक्ति हो ऐसी की गोविंद मिल जाए
ओर मिल जाए जो वो गोविंद,
तो फिर ना ये संसार रास आए।

-


12 MAR AT 22:23

सूरज की किरणों के साये अब
अमावस के काले चाँद बन गये हैं,

तिनके भर दर्द मे खुशियों की रोशनी फैलाने वाले
आज हजारों तकलीफ़ों को नजरअंदाज कर आसमाँ मे छिपे हुए सितारे बन गए हैं।⭐️

-


11 MAR AT 12:31

कि जनाब राह देखेंगे तेरी, चाहे जमाने लग जाएं,
या तो तू आ जाए,
या हम कहीं गहरी नींद के ठिकाने लग जाएं

-


17 JAN AT 0:51

Paid Content

-


16 JAN AT 12:23

न किसी ने बुलाया था, न किसी को निभाना है,
तूने ही रिश्ता बनाया था, तुझे ही ये निभाना है!

-


14 JAN AT 1:04

खुशियाँ जब नयी आने वाली हों,
तो पुराने रिश्तों का बोझ बड़ी सादगी से कम हो जाता है !

-


14 JAN AT 1:00

काश गुज़रा हुआ वक़्त भी फिर लौट के आ पाता,
रिश्तों के पुराने होने पर भी उन्हें नये जितने खाश बना पाता !

-


Fetching Vaishnavi Vashishth Quotes