Vaishnavi Thakurai   (वैshनvi)
203 Followers · 5 Following

read more
Joined 15 January 2020


read more
Joined 15 January 2020
18 SEP 2021 AT 20:14

ये मेरे चेहरे के मरुस्थल पे
नूर–ए–रागिनी कैसी
गली में शोर ज्यादा है
ये नई भामिनि कैसी

-


2 SEP 2021 AT 22:25

वो अंधेरे में रौशन, रात का मेहताब आधा था
की उसकी चांदनी थी दूर, वो काफ़िर भी ज्यादा था
कभी हैरां हुई थी शाम भी उसकी अदाओं पे
की जब तक रात बाकी थी, वो मेहताब बाकी था

-


15 AUG 2021 AT 19:38

रंग उड़ाया धानी तो सब अंबर धानी हो आया
रंग उड़ाया स्वेत तो शांति को मैंने पाया
रंग उड़ाया हरा हरित सारा ये परिवेश हो आया
रंग तिरंगा लहराया तो मन प्रीत–मित को भर आया
और जब मैंने भारत बोला तो मेरा तीर्थ भी हो आया

-


12 JUL 2021 AT 20:39

ज़िंदगी की शोखियां
सुर्खियो पे वार दी
अपनी अलमस्त जवानी को
अपने दिल को, निशानी को
सब तुमपे ही निस्सार की
अपनी हर बेचैनी को,
गुस्से को हर परेशानी को
तुम्हारी अल्हड़ मुस्कान पे हार दी

-


19 JUN 2021 AT 21:48

ज़रूरी है ख़ुद ही ख़ुद के इश्क़ में डूबे रहना❤️
जिन्दगी से मोहब्बत हो जाती है ❤️

-


10 MAY 2021 AT 19:04

उसे गुमां था मुझे बिखेर देने का
मैंने भी उसकी चाहत रंग ला दी

उसे गुमां था मुझे मिटा देने का
मैंने भी उसकी रंगत मिट्टी में मिला दी

-


9 MAY 2021 AT 18:18

मां ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️

तुम्हें कुछ शब्दों में बांध तुम्हारी गरिमा कम नहीं करना चाहती, सत्य तो यह है की संसार में ऐसा कोई शब्द नहीं जो तुम्हें परिभाषित कर सके।तुम्हारा प्यार तो बच्चो के लिए संजीवनी है मां, उसमें वो वात्सल्य है जो रोम रोम को अमृत से भर देता हैं ❤️

-


8 MAY 2021 AT 20:19

Do not allow fear or feeling of embarrasment to oppress you into silence or cautions

-


4 MAY 2021 AT 19:47

सब्र कर ये वक्त भी गुज़र जायेगा
ये आज जो गमों के बादल तुझ पर बरस पड़ने को है
जब सही वक्त आएगा, तो ये भी छट जायेगा
इस जीवन की मझधार में मांझी, अडिग खड़ा रहना होगा
सब कुछ खोकर,फिर से सब कुछ सजोना होगा
बस सब्र कर ये वक्त अगर सही नहीं, तो तेरा वक्त भी आयेगा
आज जो ये आंखे रो पड़ने को है, कल को खिलखिलाएंगी
आज जो तुझपे हसते है, कल तेरे कदमों में आयेंगे
सब्र कर ये वक्त भी गुज़र जायेगा

-


30 APR 2021 AT 8:53

All the sorrows which put me back
All the troubles which I have experienced
All the obstacles which hitted me hard
All the lamentations who try to convey me towards dark
M not a fool to sit and cry on my fate

And now,
M a person strong by heart
Pursuing all my goals
Rising like a sun, blossoming like a flower

-


Fetching Vaishnavi Thakurai Quotes