Vaidehi Datey   (Vaidehi Datey)
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A Professor n Writer
Joined 8 April 2020


A Professor n Writer
Joined 8 April 2020
3 JAN 2022 AT 22:58

चेहरा देख कर इंसान पहचानने की कला थी मुझमें,

तकलीफ़ तो तब हुई जब इन्सानों के पास चेहरे बहुत थे।

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18 JAN 2022 AT 17:02

Mohobbat se mohobbat tab hui...♥️
Jab mohobbat tumse hui ....♥️

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27 DEC 2021 AT 23:33

मेरा खिलना भी तुम से,

मेरा मुरझाना भी तुम्हीं पर..❤️

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24 DEC 2021 AT 22:35

मैं स्याह रंग की दिवानी हूँ..
रंग बिरंगी लोगों में जचती नहीं !!!

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2 AUG 2021 AT 0:01

इस शोर सी है भरी ज़िन्दगी मे...

दो पल का सुकून सा इश्क़ होता है !!! ❤️

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18 JUL 2021 AT 23:30

कारीगर हूं साहेब,
शब्दों की मिट्टी से महफ़िल सजाता हूँ...!

किसी को बेकार,
किसी को लाजवाब नज़र आता हूं...!!!

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24 APR 2021 AT 23:50

His pillow is hard, but his heart is soft. Our pillows are soft, but what about our hearts?... -

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22 APR 2021 AT 23:15

कैद खाने है बिन सलाखों के,
कुछ यूं चर्चे है तुम्हारी आंखों के ❤️

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22 APR 2021 AT 22:49

लोग करते है मेरी खामीयों का
तस्करा इस तरह ,
की वो अपने अमाल मे फ़रिश्ते हो जैसे !!

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2 APR 2021 AT 18:38

एक आदत बहुत बुरी है मेरी ,
मैं सभी को भला समझती हूँ ..

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