Vaibhavi Singh   (VaiBhaVi)
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ARTIST
Joined 3 April 2018


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Joined 3 April 2018
30 JUL 2022 AT 19:45

According to me ..
The excellent education is not only studying and being good in all subject and be topper of the class and getting full marks in every subject.
the excellent education is that you know what type of person you are the excellent education is your full potential which helps you to learning about your own strength and weakness.

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7 MAR 2022 AT 9:46

FUNNY peoples are damn dangerous They make you laugh and laugh and laugh Then .. Boom 💥 you're in love💕

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26 FEB 2022 AT 18:37

वो चहकती तबाही सा,मैं सड़क सुनसान प्रिए
उसकी बाते होशमंद सी, मैं बालक नादान प्रिए
उसकी मुस्कान बारिश फुहार सी,मैं बंजर जीवान प्रिए
"जब-जब सोचू उसके बारे में, चहरे पर आजाए मुस्कान प्रिए"
उसकी बोली बुलेट ट्रेन सी, मेंरी गाड़ी गुमनाम प्रिए
वो चुरू की तेज धूप सा, मैं मथुरा की शाम प्रिए
वो सिद्ध,अटल, वक्ता प्रखर, मेंरे लडखड़ाए ज़ुबान प्रिए
"जब–जब सोचू उसके बारे में, चहरे पर अजाए मुस्कान प्रिए"
वो दिल्ली की तंग ट्रैफिक सा, मैं NH10 सुनसान प्रिए
उसकी कहानियां पंचतंत्र सी,मेंरी कोरी आहवान प्रिये
वो चमकते बॉलीवुड सा, मैं लड़की गुमनाम प्रिए
जब-जब सोचू उसके बारे में, चहरे पर अजाए मुस्कान प्रिए"
वो इन्वेस्टर शार्क टैंक सा, मैं उद्यमी बचकांड प्रिए
उसकी वाणी जलप्रपात सी, मैं वाणी विश्राम प्रिए
वो सफल सीस महल सा, मैं इनविजिबल प्राण प्रिए
जब-जब सोचू उसके बारे में, चेहरे पर अजाए मुस्कान प्रिए
जब-जब सोचू उसके बारे में,चेहरे पर अजाए मुस्कान प्रीए


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24 JAN 2022 AT 18:51

Best part is when a person randomly Came into your life and become the Most Important to you.

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12 JUL 2021 AT 7:40

नाराजगी की उम्र कम रखीं जाएं तो
रिश्तों की उम्र ज्यादा हो जाती है

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11 JUL 2021 AT 1:09

टूटे हुए दिल को,
यू जोड़ कर बैठे है।
मानो,
नमक के सहर मे,
जख्म खोल कर बैठे हैं।

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9 JUL 2021 AT 18:21

मंजिल तो मिल ही जाएगी देर से ही सही,
अफसोस वो करे जो दौड़ में शामिल ही नहीं।

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9 JUL 2021 AT 16:01

बहुत कुछ उमड़ता है ,
पर लिखने के लिए कुछ भी नहीं ,
बहुत कुछ मन सहता है ,
पर कहने के लिए कुछ भी नहीं ।

इतनी बड़ी धरा ,
चारों ओर सब खुला खुला ,
कितने दिखते हैं ठौर- ठिकाने ,
पर रहने के लिए कुछ भी नहीं ।

कैसी है ज़िन्दगी ,
इस सफ़र में कई हमसफ़र ,
तन्हा फिर भी सब भीड़ में ,
साथ रहने के लिए कुछ भी नहीं ।

🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

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23 NOV 2021 AT 13:24

Accept your reaty
जितना जादा देर करोगे उतना जादा पछताओगे

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7 OCT 2021 AT 20:39

Your own expectations

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