Vaibhav Singh   (Vaibhav)
1.3k Followers · 6 Following

read more
Joined 12 January 2018


read more
Joined 12 January 2018
27 JAN 2022 AT 23:39

कहीं सुना था....
कोई चांद हो के भी एक मामूली से तारे की चाहत रखता है
कुछ वैसे ही हैं तुम और मैं — % &

-


14 JAN 2022 AT 15:06

You make my heart race
You can slow it down when needed
Is there anything you can't do?

-


2 JAN 2022 AT 20:34

कहने को तो ज्यादा नहीं लिखता मैं , लेकिन
लिखावट से मुरीद कर दूं कुछ इस तरह कलम ने अपनाया है मुझे

-


26 DEC 2021 AT 18:16

तुम जैसे हो एक नगमा,मैं ठहरा शब्द आम सा
मैं ब्रह्मांड समेटे खुद के अंदर, तुम जैसे लगते इंसान हो कोई आम सा

-


20 DEC 2021 AT 9:38

निकले वो झुमके पहन शहर हमारे
हम देखते रहे....ढह गए छतें महल मीनारें

-


10 DEC 2021 AT 4:03

महज़ चंद लफ्जों में बिक जाता हूं मैं
बशर्ते दम शायर ऐ गुलज़ार होना चाहिए ।

-


28 NOV 2021 AT 21:59

भोलेपन की हद और उससे भी आगे
सच में मेरे बाबा और मैं एक से हैं

-


23 NOV 2021 AT 3:31

लड़ झगड़ के सही
तुमसे उलझे रहना ही तो इश्क है।

-


20 NOV 2021 AT 16:59

वो सुबह की पहली किरण में
वो ही वायु में,वो ही आयु में
वो ही ज़िस्म में,वो ही रूह में
वो ही छाया में,वो ही धूप में_
वो ही है हर एक रूप में ।

-


17 NOV 2021 AT 17:40

जिस दिन से उसका पता चला है....
हमारा अता पता नहीं_
उसका पता पता है करना...
अभी पता पता नहीं | 😅❤️

-


Fetching Vaibhav Singh Quotes