में चला गया लेकिन तुम्हारे लिए एक मुक्मबल ज़बाब छोड़ कर गया हूं ,
कभी वक्त मिले तो पड़ लेना में तुम्हारे लिए भारत का संविधान छोड़ गया हूं।-
बैठे हैं चैन से कहीं जाना तो हैं नहीं,
हम वे घरों का कहीं ढिकाना तो हैं नहीं।
वो जो हमें अजीज़ है कोन हैं कैसा क्यों पूछते हों,
हमें बताना तो हैं नहीं।
तुम भी हो बीते वक्त की मानिंद हुबहू,
तुमे भी याद आना है, आना तो हैं नहीं।-
┄═❁ तय तारीख पे सूरत...
┄┅════❁ तेरी हर माह मिलती है.!!
┄═❁ कट कटाकर मुझे दफ्तर...
┄┅════❁ में जैसे तनख्वाह मिलती है.!!
┄═❁ अजब ही मर्ज़ ले आये...
┄┅════❁ मोहब्बत के शहर से हम...
┄═❁ न कोई हल निकलता है...
┄┅════❁ न कोई राह मिलती है.!!
┄═❁ कभी तू आके देखना...
┄┅════❁ मैं घर कैसे सजाती हूँ...
┄═❁ मुझे जब तेरे आने की...
┄┅════❁ कोई अफ़वाह मिलती है.!!-
नवरात्र में वो और भी कमाल लगती हैं,
माथे पर टीका और सिर पर दुपट्टा लाल रखती हैं-
कुछ हुआ शायद मेरे साथ,
उजड़ी उजड़ी सी मेरी हालत है,
दिल तो हैं मेरा मेरे ही पास,
धड़कन कहीं गायब हैं।-
तेरे मेरे प्यार की कहानी इस लिए अधूरी है,
कि तुम्हे इश्क़ जाहिर करना नहीं आता
और हमे इज़हार करना नहीं आता...💕💞-
कोई और नहीं है जिसे मे प्यार करता हूं,
एक तुम ही तो हो जिसपर में हर बार मरता हूं,
मागते थे पहले बहुत कुछ खुदा से हम
तुम खुश रहो ये ही दुआ अब मे हर बार करता हूं।-