खुद को किसी की आदत मत लगाओ
की बार बार आये तुमको वो याद,
लोग अकसर भूल जाएंगे तुम्हे
तुमसे भी बेहतर मिलने के बाद!!-
हर रोज एक नाम याद आता है
कभी सुबह तो कभी शाम याद आता है।
सोच रहा हूँ कर लूँ दूसरी मोहब्बत भी
तभी पहली मोहब्बत का अंजाम याद आता है।।
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Me : Mujhe Kamyabi kab Milega
Le Kamyabi : Tum toh bahut achhe ho tumhe toh koi bhi mil jayegi [You Deserve Better]-
तू पलट कर आ तो सही
एक बार नज़र मिला तो सही
एक बार अपनी आवाज़ सुना तो सही
दिल नही लगाना तो ना सही
तेरे दिये जख्म भरने से लगे है अब
आकर इन पर नमक लगा तो सही
आकर अपनी बेवफाई की याद दिला तो सही
💔❤️🔥💔❤️🔥
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ओ बाबा,
सुंदर से मुखडे को इतना सजाया नही करते,
अपने दीवानों की दीवानगी को यूं अजमाया नही करते!
सुना है तुम अपने भक्तों के साथ चल पडते हो
कही तुम्हें कोई अपने साथ न ले जाए,
इस वजह से अपने भक्तों से नजरे छुपाया नही करते!!
दिल करता है मेरा तुम्हें जी भरके निहार लूं,
अपने हाथों से तुम्हारे रुप को संवार दूं!
तुम्हें नजर का टीका लगाकर अपने दिल मे बसा लूं,
लेेकिन फिर रुक जाता हूं ये सोचकर की
कहीं मै तुम्हें मेरी ही नजर ना लगा दूं!!
जय श्री श्याम💞
खाटू नरेश की जय❤️-
ओ बाबा ❤️
सुंदर से मुखडे को इतना सजाया नही करते,
अपने दीवानों की दीवानगी को यूं अजमाया नही करते!
सुना है तुम अपने भक्तों के साथ चल पडते हो
कही तुम्हें कोई अपने साथ न ले जाए,,
इस वजह से अपने भक्तों से नजरे छुपाया नही करते!!
बोल तीन बाण धारी की जय 🏹 🏹 🏹-
लगता है ऐसा तेरा सुंदर सा मुखड़ा, जैसै धरती पर उतरा हो चांद का टुकड़ा!
मुखडे पर तेरे अनोखा है तेज, चढती है तुम पर फूलों की सेज!
मिलती है जीवन मे जिसको भी हार, जुड जाती है उसकी तुमसे ऐसी कडी;
किस्मत को उसकी तू देता सवार,, लगाकर के अपनी मोरछडी!!
शीश का दानी है मेरा श्यामधणी❤️-
जन्नत है जहां की माटी,
अमृत जहां का पानी
खाटू धाम का सेठ कहलाता शीश का दानी
बदलती है जहां हाथों की लकीरे
संवर जाएगी सबकी बिगड़ी तकदीरे
जय हो श्याम प्यारे 🚩 🏹
जय श्री श्याम 🚩🏹-