ज़िन्दगी हिसाबों में फंसी हुई है,
जिम्मेदारियों के बर्तनों में ठस रही है।
अब कैसे किसी चीज़ की लालसा करूँ,
ज़िन्दगी मजबूरियों में बस चुकी है।-
:-आप बीती-:
तुझसे जो तकरार हो गई,
दिल में जेसे दरार हो गई|
अब इस शरीर का क्या ही कहु,
जान के जाने के बाद , "जान" जैसे फरार ही हो गई||-
तेरी हाथों की छाव जो हती...
आंखें बंद करते ही डर जाता हूं मैं ।
थोड़े से वहम से ही...
आज कल सहम जाता हूं मैं ।।-
जब दुर्योधन श्री कृष्ण को बांधने की के कहता है तो मेरे मन का एक विचार:-
अरे मूर्ख...तू उन्हें बांधने चला है...
जिसके एक मुस्कुराट पर पूरा विश्व पला है
अरे.....
परेशानी तो मां यशोदा को भी आई थी
वो फिर भी उनके लल्ला है
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Relationships are like roses,
even if you have to break,
you have to break with love.
if you break hard,
then the petals are dusted.-
कुछ लोग तो खूबसूरती और साख पर मरते हैं
हम तो तेरी हर बात पर मरते हैं-
कोई प्यार कर - कर के नहीं थका
और
कोई प्यार करवा - करवा कर थक गया ।।
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मैं मंदिर और मस्जिद दोनों में सिर झुकता हूं
मैं हिंदू हूं साहब
तभी तो सिर्फ मैं ही धर्मनिरपेक्षता का पाठ पढ़ता हूं-