जन्नत से भी खुबसूरत हमारा ब्रज धाम है।
हर किसी के मुख पर बस राधा-कृष्ण नाम है।।
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मेरे हालात ऐसे हैं कि मैं कुछ कर नहीं सकतीं,
ज़माने भर में इस दुनिया से मैं लड़ नहीं सकतीं।
बरसती है यें नम आंखें , लवों पे छाई तन्हाई,
तेरे दीदार को ये आंखें हैं बिन पलकें झपकाई।।
आंख है भरी-भरी और तुम मुस्कुराने की बात करते हो
जिंदगी खफा-खफा और तुम दिल लगाने की बात करते हों।।-
हमें तुम खुद से ज्यादा प्यार करते हो ना,
सबके सामने ज़ाहिर करने से डरते हो ना।
चलो..!!माना कभी जिक्र न किया हो किसी से,
मगर अब सच बताओ प्यार हमसे करते हो ना।।-
हाल-ए-दिल बयां करते तो अच्छा था।
दिल की बात किया करते तो अच्छा था।
माना कभी जिक्र किया हो किसी से,
मगर...यूं इस कदर न तड़पते तो अच्छा था।-
खुद गीले में सोकर बच्चों को बड़ा कर गई।
अपने मुंह का निवाला बच्चों को दान कर गई।
खुद की परवाह न करके बच्चों के लिए जल गई।
यही असली प्यार है... जनाब !!जिसे दुनिया बदनाम कर गई।।-
न कोई तोड़ है इसका,न कोई महंगी सफारी है,
दिल के एक कोने में जलती हुई एक चिंगारी है।
बस खुद को खुश रखने की कोशिश अभी जारी है,
ये इश्क नहीं है जनाब....एक लाइलाज बीमारी है।।-
हाल-ए-दिल बयां न करते तो अच्छा था,
तुमसे आंखें चार न करते तो अच्छा था।
तेरी लहराती-बलखाती जुल्फों का कहर,
दिल को पार न करता तो अच्छा था।।
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हाल-ए-दिल बयां न करते तो अच्छा था,
तुमसे आंखें चार न करते तो अच्छा था।
तेरी लहराती-बलखाती जुल्फों का कहर,
दिल को पार न करते तो अच्छा था।।
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एक दीया....उस आने वाले कल के लिए,
जो सबकी जिंदगी में खुशियां लेकर आए।।
एक दीया.....उस गुज़रे वक्त के लिए,
जिसने हमें बहुत कुछ सिखाया और आगे बढ़ना सिखाया।।-
खुलें आसमां में उड़ने की
चाह तो हर किसी की होती है,
क्यूंकि....!!!!
बंद पिंजरों में अक्सर पंछी तो क्या
इंसान भी हार जाया करते है।।-