Urmila Madhav   (Urmila madhav)
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सबसे पहले भीड़ का अहसास होगा आपको,
और तभी ख़ामोशियां हैरान कर डालेंगी बस
उर्मिला माधव
Joined 6 January 2018


सबसे पहले भीड़ का अहसास होगा आपको,
और तभी ख़ामोशियां हैरान कर डालेंगी बस
उर्मिला माधव
Joined 6 January 2018
23 JAN 2022 AT 15:12

हमें तो जगह भी बनाना न आया,
कभी पास अपने ज़माना न आया.

ज़माने की रस्मों से लड़ते रहे हम,
मगर जान अपनी बचाना न आया..

हज़ारों की हम दास्तां सुन रहे थे,
कहीं भी हमारा फ़साना न आया.
उर्मिला माधव

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23 JAN 2022 AT 10:08

सुभाषचंद्र बोस की जयंती
देशवासियों को मुबारक हो..

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22 JAN 2022 AT 11:17

हमको कोई फ़िक्र नहीं उन ख़ाबों की..
जिन ख़ाबों से आप लरज़ते फिरते हैं,
उर्मिला माधव

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4 FEB 2019 AT 17:12

मुझे कहाँ कोई चाह रही है,
कब किसकी परवाह रही है ?

कभी न थी दरकार मुझे पर,
बिला वज्ह इस्लाह रही है,

अपनी दम पर चल कर देखा,
क़दम-क़दम पर राह रही है,

टूट गए तब कहाँ कोई था?
जीत गए तो वाह रही है,

झुकना अगर नहीं जो चाहा,
अना मिरी लिल्लाह, रही है,
उर्मिला माधव

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1 FEB 2019 AT 23:45

ज़ख्म दिल के छुपालो कहीं सा'ब जी,
गर है हिम्मत चुका लो यहीं सा'ब जी,

कुछ मुझे भी बता दो,ग़मों की दवा,
जो अगर दिल संभालो कहीं सा'ब जी,

खूब आंसू ये आहें,ये गम के धुंए,
क्या ज़हर जाके खालो? नहीं सा'ब जी...
उर्मिला माधव...

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17 JAN 2022 AT 10:53

सब तमाशा ये उम्र भर का है,
ये ही किस्सा हर एक घर का है..

आज तक भी ये राज़ लगता है,
बाद मरने के ये किधर का है ?
उर्मिला माधव...

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16 JAN 2022 AT 12:07

हम जो मरते तो बड़ी दूर तलक मर जाते,
शह्र के शोर में हर रंग उभर आता है...
उर्मिला माधव

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11 JAN 2022 AT 9:33

कितनी लंबी पारी खेली है मैने,
ज़हमत कितनी सारी लेली है मैने
मेरे ग़म का कोई साझेदार नहीं
तनहा हर दुश्वारी झेली है मैंने,
उर्मिला माधव

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6 JAN 2022 AT 12:31

ये रब ने हमें पहले बतला दिया था,
तुम्हें हम बिना अक्ल भेजेंगे बेटा
तुम्हें ख़ुद ब ख़ुद जीना मरना है जाके
मगर इम्तिहाँ सारे हम लेंगे बेटा...
उर्मिला माधव

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3 JAN 2022 AT 9:07

इस तरह बज़्म में बिठाया है,
जिसमें इज़्ज़त पे हर्फ़ आया है,

उसपे बाज़ार में बुलाके मुझे,
रास्ता दश्त का दिखाया है,

यक़-ब-यक़ याद वो भी हो आया,
कितनी मुश्किल से जो भुलाया है,

मुझको दलदल से जब घिरा देखा,
हर शजर मुझ पे मुस्कुराया है,

ज़ब्त आँखों से छलछला उठ्ठा,
ज़ेरे मिजगां बहुत छुपाया है,
उर्मिला माधव..

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