Upasana Vishwakarma  
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Love writing & reading
Joined 3 January 2020


Love writing & reading
Joined 3 January 2020
26 NOV 2023 AT 16:19

मन तुलसी सा, सूरत जल बन जाए
देखे वो खुद को मुझमें, ऐसा कोई पल बन जाए
आज बनूं मैं उसकी, वो मेरा हर कल बन जाए
आंख चुरा कर जब भी देखूं, मन मेरा चंचल बन जाए
मन तुलसी सा सूरत जल बन जाए

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5 SEP 2023 AT 2:39

अपनों ने ही अपनो को तोड़ने का मसौदा कर रखा है
मेरी नींद ने भी तो नींद का सौदा कर रखा है
बड़ा भयानक ही था शायद वो मंजर
जिसने अभी तक मुझे हौला कर रखा है।

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25 APR 2023 AT 0:28

आशाओं से घिरे जगत की
सब ने सुनी कहानी है
बलिदान हुए जो इस धरती पर
हमें उनकी गाथा गानी है

रज सा उठता ,दम भरता है
साहस करता , फिर चलता है
वीरों की यही निशानी है
बलिदान हुए जो इस धरती पर
हमें उनकी गाथा गानी है

मग जलता है पग जलता है
खुद जलता , तब तम छंटता है
ये वही अमर बलिदानी है
बलिदान हुए जो इस धरती पर
हमें उनकी गाथा गानी है

आशा त्यागी, सपने त्यागे
जितने थे सब अपने त्यागे
त्याग की इस मूरत ने
बस त्याग की भाषा जानी है
बलिदान हुए जो इस धरती पर
हमें उनकी गाथा गानी है

Upasana Vishwakarma






















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17 JAN 2023 AT 1:06

उसकी याद आई तब लिखा मैंने
जब उसे भुलाने की बात आई तब लिखा मैंने

उसके न‌ पसंद की बात न‌ थी कभी
उसे जो-जो पसंद था वो सब लिखा मैंने

अपने ग़म का तो सोचा ही नहीं
उसकी खुशियों में जब लिखा मैंने

लोग कहते थे ये क्या लिखा तुमने
वो हर बार कहता था गजब लिखा तुमने




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12 JAN 2023 AT 0:33

मलाल क्या ही करूं उसके सिवा कोई जचा नहीं
सिर्फ आंसू ही आंसू हैं फिलहाल अब कुछ बचा नहीं

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9 JAN 2023 AT 23:31

खुद ख़ुश रहती हूं
कोई ग़म किसी को न कहती हूं
जल की धार सा बहती रहती हूं

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4 OCT 2021 AT 23:03

सुना है रंग-बिरंगी तितलियां
हवा का रुख बदल रही हैं
सच है क्या??

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3 OCT 2021 AT 22:36

काहे हमार जज्बात के कदर नाही बा तोहका
चाहत का बाटा तू तनिक बतावा न हमका
जा हो जाई अरमान पूरा तोहर
अब न सुनाई तोहरा के अवजिया हमार

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2 OCT 2021 AT 23:54

सांझ को आंच दिखा के कोई आस नहीं करना
कितना भी कोई खुद को अच्छा बताए पर
यूं अजनबियों पे विश्वास नहीं करना

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2 OCT 2021 AT 22:49

Hamare riste bhi kitne ajib the
Tum to duniya me sbse sarif the
Fir bhi hum do pal na tere karib the
Kya hum itne bdnasib the

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