बड़ी अजीब है ये जिंदगी भी,
कभी कभी हम किसी से नाराज तो हो जाते है....
लेकिन वही नाराजगी ज़ब एक लम्बे समय तक बनी रहती है और हम भूल जाते है की हम सम्बंधित से नाराज क्यों थे....
हाल में घाटी एक सत्य घटना पर आधारित वाक्या 😄-
Basically from uttarpradesh
And living in dehradun my contact ... read more
बहस मेरे स्वाभाव का हिस्सा नहीं है....
इसीलिए मैं अक्सर लोगो को,
उनकी विचारधाराओं क़े साथ छोड़ देना ही बेहतर समझता हूँ....-
मै तंत्र में हूँ
मै मंत्र में हूँ
मै यँत्र मे हूँ
मै सृष्टि के आदि और अंत में हूँ
मै काल में हूँ
विकराल में हूँ
मै महाकाल में हूँ
समस्त ब्रम्हांड मैं ही मैं हूँ
मै उपांशु हूँ ......-
कागजी रिश्तो से
गठबंधन का ख्याल
अक्सर गलत साबित होता है....
इसलिए कुछ रिश्ते कागज़ तक ही
सीमित रहे तो बेहतर है.......-
किसी को माफ़ कर देने का मतलब ये नहीं
की हमने उनकी गलतियों को भुला दिया
बल्कि उन गलतियों को
**लिखित में अपने महाकाल** को थमा दिया
की हे महाकाल अब मामला तुम्हारे स्तर का है
जरा देख लेना.......अरज इतनी सी है म्हारी....
🙏🌹जय श्री महाकाल🌹🙏-
विश्वास की पराकाष्ठा
और पेड़ की जड़े गर हिल जाए
तो फिर जुड़ना मुश्किल सा हो जाता है...-
धरती हिल रही थी,
की फिर अचानक से थम गयी
लोगो ने सोचा हवा का झोंका था...
इतने मे फिर मचल गयी....
सत्य मे जिए......
बाकि जिंदगी मे प्रेम, अपनत्व और
भावों की अभिव्यक्ति तो सिर्फ
माया का छल स्वरुप है.......-
अक्सर हम अपना कल भूल जाते है
और लोगो को उनका आज याद दिलाते है
बस इसी आरोप प्रत्यारोप मे जिंदगी क़े
रिश्ते बिखरते से
बर्बाद हुए जाते है.......-
लोगो से बहस मत करिये,
अगर वो कहते है की गधा उड़ता है,
तो बोलिये हाँ बिलकुल सही बोल रहे हो आप,
आज सुबह ही तुम्हारी छत पर से उड़ते देखा है
बाकि सब तो सब होशियार है.....😂😂-
जिंदगी का वो दौर चल रहा है न साहब
की आप मुस्कुराते है तो तकलीफ
लोगो को होती है.......
आप किसी को अपना बनाते है
किसी पर अपनत्व दिखाते है
तो तकलीफ.......
बस यु ही रिश्ते बिखर जाते है...-