I'm thinking हम जो लड़कियों के इरोटिका में जाकर लिख देते हैं आग लगा रही हो, पिघला रही हो, etc...क्या वो सही करते हैं🤔🤔🤔 उनका इंटेशन तो ये सुनने का नहीं होता होगा या होता भी होगा ,फिर भी is this Right???
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Bhai ye yq ke add 5 rupay mein ladki bahut dilate hai🤣🤣🤣🤣
Yaha samose nahi mil rahe 5 rupay mein ye kaun si ladki mil rahi 5 rupay mein🤣🤣🤣-
I'm the unsuited creature of this time..
Stuck in between the old and modern school of life.-
इतने गहरे छाले दिये उसने मेरे इश्क को कि
अश्क भी नहीं धो पाये मेरे दिल की जलन को।-
Mein to sirf erotica likhta hoon to lagta hai kuch unethical kar raha raha hoon but yq par to log kya kya karte hai- conspiracy, adultery, stalking, blackmail, oyo and etc......🤦🤦🤦🙃🙃🙃
And sabse badi baat everyone pretending like saint😛😛😛😛😛
Waise main nahi hoon saint atleast writing wise nahi hoon...
And ye manne mein mujhe harz nahi hai.....-
सर्द रातों में ख्वाहिश तेरी
मेरी लालच हो सकती है,
मगर गर्म रातें में तेरी तपिश की
चाहत मेरी धड़कनों की तासीर है।-
मदहोशी में तर-बतर तेरे प्रेमरस में वो
ज़ालिम न सही मगर इतना प्यासा हो जायेगा कि
तेरी अर्जियों को नजरअंदाज कर तेरी गहराइयों
में उतरता जायेगा,
और फिर यूं उड़ेला अपनी प्यास को कि तेरी
आराइश का हर कोना उसकी प्यास में ही तर-बतर होना चाहेगा।-
तेरी हर बरसती बूंद मेरी तिश्नगी बढ़ाती गयी,
तेरी गहराइयों के समंदर में मेरी ख्वाहिशें भी समंदर होती गयी।-
खोलते वक्त उसके हुस्न के
धागे उसकी नज़रों में समर्पण
सुकून देता है,
मगर उन्हीं धागों से उसके
बदन को फिर ढकते वक्त उसका
ये कहना की जरा ढीला कसो
धागों को कि फिर तुम्हें ही मशक्कत
करनी पड़ेगी इन्हें खोलने में
शायद मोक्ष देता है।-