बात यूँही तो नहीं करती हूँ मैं रुक रुक कर ,,
क्या बताऊँ कि मिरा ध्यान कहाँ जाता है ।।-
मोहब्बत में अब तेरा ख्याल नहीं आता है
भला मोहब्बत में भी इतना कौन रुलाता है
अब तेरे जाने से खुद को संभाल लिया मैने
ये मेरा दिल है की खिलौना नहीं जो तू तोड़ जाता है
मिन्नते की थी मैने तुझसे अपनी मोहब्बत के लिए
लेकिन अब जाके पता चला कि मोहब्बत सिर्फ अहसास दिलाता है
जिसके लिए तूने मुझे छोड़ा होगा हादसा तेरे साथ भी
आएगी जब मेरी याद और कहेगा कि मोहब्बत की दास्तान हु में भी-
कुछ चीजें दिल को सूकून देती है,
तेरा जिक्र उनमें सबसे पहले आता है...।-
सोचा था उम्र भर के लिए तुम्हें कैद करलू इन आंखों में ख़्वाब सजाने के लिए
एक पल में तुम्हे अपना बनालू जन्मों जन्मों के लिए
अब दिल लगता नही तुम्हारे बिना न यहां न वहां
तुम बिन अब जाऊ कहां।-
मेरी गहरी खामोशी में सन्नाटा भी है शोर भी है...
तुने देखा ही नहीं इन आंखों में इसमें कुछ और भी है...-
कुछ राज मैंने दिल में दबाए रखा है
तुमसे मिलने की आस को छुपाए रखा है
मोहब्बत आज भी तुमसे है बेइम्तिहान
यही ताउम्र ख्वाहिश जन्मो तक सजा रखा है।
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जब से रंगो को फ़ीके पड़ते देखा —— —
अच्छी लगने लगी तब से ब्लैक एंड व्हाइट ज़िंदगी,🤍🖤🤍🖤🤍🖤-