Unanimous   (RAPS)
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I’m not special one,
I’m just limited edition...🙃
And Tea Lover 😋☕
Joined 9 May 2022


I’m not special one,
I’m just limited edition...🙃
And Tea Lover 😋☕
Joined 9 May 2022
1 JUN 2023 AT 20:54

शहर शहर की इस दौड़ में,
ये जिंदगी सूकुन खो रही है...
देखा है उदास पहले भी इसको,
पर अब ये कुछ और हो रही है...

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25 MAY 2023 AT 23:35

ये शर्म भी, क्या शर्म है !
जो तेरे इश्क में, बेशर्म है...

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21 MAY 2023 AT 11:34

हूं होश में, या...
हूं बेहोश मैं !!
चीख कर भी, अब...
हूं खामोश मैं।

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18 MAY 2023 AT 1:16

ये आम सी शाम, आज खास क्यूं है !
तू है नहीं पास, फिर तेरा एहसास क्यूं है !
क्यूं है, ये क़ल्ब में शोर इतना...
है हक़ीक़त का फ़हम इसको फिर,
हो ना रहा एहसास क्यूं है !

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18 MAY 2023 AT 0:24

ये गम छुपाने को,
मुस्कुराने का ख़्याल अच्छा है...
उन्हेें भी थी मोहब्बत ।
या, थी मोहब्बत उन्हें !!
अब खुद से, यह सवाल अच्छा है...

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4 AUG 2022 AT 14:53

किसी रोज़ हो ज़ियारत उनके,
था तब बस इतना सा खयाल मेरा...
मिले जो, तो पूछना ज़रूर शफ़ीक़,
कि... थी मोहब्बत सच में, या यूं ही...!!
है अब बस इतना सा सवाल मेरा...

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3 AUG 2022 AT 23:25

तेहखाने सी इस जिंदगी में,
रोशनी भी अब छन कर आती है...
अंधकार ने कुछ यूँ जकड़ा है,
उम्मीद भी यहां शिकस्त खाती है...

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1 AUG 2022 AT 22:15

तेरे किस्सों में घिरी, ये शाम क्यूँ है...!!
इस क़ल्ब में बस तेरा ही नाम, क्यूँ है...!!
तुझ तक रही ना रसाई मेरी,
फिर ये सीरत मेरी, बदनाम क्यूँ है....!!

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1 AUG 2022 AT 11:00

यूं तो एक मुसाबक़त सी है,
जमाने में कमाने की...
पर, सच यह भी है कि...
पैसों से, खुशियां मिलती कहां...!!

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1 AUG 2022 AT 1:11

मेरे तन्हाई के पर्दों पर, ये ज़ुल्मत किसने उड़ेला है...
तुम तो जा चुकी हो, फिर ये खेल किसने खेला है...!!

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