अंततः जब तुम में ही रहना है
तो मेरी उदासियों के अर्थ
बेमानी हो जाते है
तुमसे रूठने के स्वांग
झूठे है
जानता हूँ मै..
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बैठिए मै बुला कर लाता हूं!!💗
भरोसा बहुत बुरी चीज होती है
ये आपको अंधा कर देती है
और उम्मीद..बेहया..-
अंततः जब तुम में ही रहना है
तो मेरी उदासियों के अर्थ
बेमानी हो जाते है
तुमसे रूठने के स्वांग
झूठे है
जानता हूँ मै..-
उसने होंठों को अपने दांत में दबा के मुझसे कहा,
मैं दबाऊं तो दर्द क्यों ? तुम दबाओ तो लुत्फ़ क्यों...!!
— % &-
महज चुनावी नहीं है ये,
मुक्कमल वादा करेंगे !
तुम समर्थन दो हमें...
हम विकास पैदा करेंगे !— % &-
कुछ तो फर्क है तेरी और मेरी तासीर में !
मैं दिलों से नहीं...
अल्फाजों से खेलता हूँ !-
जी तो कर रहा है
तेरे पास आऊं
तुझे खुद में समेटूँ
फिर होठों की मिलाऊँ
और कहूँ....
Happy New Year जानेमन-
वो एक मर्तबा तुम्हें रोकने की कोशिश,
वो हजार रातों तक इस बारे में सोचना ..!-
मेरे होंठ पर गिने हुए है वो तमाम शहर
जहां हमें मिलना था
अफ़सोस कि तेरे आँख़ो के हिस्से एक भी इतवार न आया-