Umesh Kumar Jha   (© उमेश कुमार झा)
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Joined 19 June 2019


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Joined 19 June 2019
15 NOV 2023 AT 9:51


तेरे अंत: विश्वास की दिव्य ज्योति से..
छट रहा हर अंधियारा होगा।
तू यकीन तो कर.. की तू काबिल है.. मेरे दोस्त!
फिर दृढ़ संकल्प से.. कोशिश कर।
देखना.. तेरे कीर्ति से.. कीर्तिमान हर गलियारा होगा।

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9 NOV 2023 AT 12:11

मेरा प्रेम, मेरा विश्वास, मेरी आराधना,
मेरा सबकुछ.. मेरा वर्तमान मेरा भविष्य, मेरी कहानी।
मेरे लिए आप ही राधा, आप ही शारदा..
आप ही लक्ष्मी, आप ही जानकी, आप ही शिवानी..।।

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16 OCT 2023 AT 22:27

एक नादान बेटे के लिए नाराजगी,
एक नादान भक्त के लिए पावन व्रत है नवरात्रि।
एक नादान दोस्त के लिए पागलपन,
एक नादान गरीब के लिए प्रार्थना है नवरात्रि।

नौकर कामकाजियो के लिए अवकाश,
मेहनती बेरोजगारों के लिए उम्मीद है नवरात्रि।
समृद्घों के लिए खुशहाली व त्यौहार,
अवसाद ग्रस्त के लिए मन की शांति है नवरात्रि।

इतिहास धर्म ग्रंथों में नवदुर्गा की महिमा,
शुभ व नए कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त है नवरात्रि।
संत-महात्मा पुजारियों के लिए सौभाग्य,
मद्य-मांस भोगियों के लिए मजबूरी है नवरात्रि।

मैं तो हर नारी रिश्ते में आपको देखता हूं।
आप मेरा लक्ष्य और जिंदगी की हर उम्मीद हो।
मैं नादान बेटा दोस्त या शरणार्थी आपका,
मेरे लिए खुद को पाने की कोशिश है नवरात्रि।

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24 SEP 2023 AT 20:43

“There is just thread as same difference Between skimping and simplicity in external appearance. For this reason most of the people in this age of show off are not able to understand reality of such people.”

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12 AUG 2023 AT 0:18

“इस आधी जिन्दगी में ही.. टूटे कई सपने,
मेरे दु:ख का सागर गहरा से अथाह बन गया..
मैंने पूरी ईमानदारी से मेहनत की,
मेरी डिग्री.. इस शिक्षा व्यवस्था का गवाह बन गया..
इस पावन धरती में पता नहीं ये किस दौर में पैदा हुए है हम.. ए वक्त?
की मेरा रसायन के साथ गणित भौतिकी लेना
और शिक्षक बनने के लिए बीएड करना भी गुनाह बन गया..”

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6 AUG 2023 AT 23:44

हमारी दोस्ती नंबर में 6 या 9 की तरह है..
हालात के अनुसार आप अपने जगह पर बिल्कुल सही है,
पर बेशक गलत हम भी नहीं है।

हमारी दोस्ती अल्फाबेट में p,q,u,n,b,d की तरह है..
अपने जगह अनुसार आप अपने समझ से बिल्कुल सही है,
लेकिन निःसंदेह गलत हम भी नहीं है।

हमारी दोस्ती दृष्टिकोण में परिप्रेक्ष्य की तरह है..
देखे सुने अनुसार आप अपने कथन से बिल्कुल सही है,
परंतु यकीनन गलत हम भी नहीं है।

हमारी दोस्ती वास्तव में युग के अनुसार है..
कुछ विपरीत परिस्थिती एवं मेरे बुरे वक्त का शिकार है,
बस प्रतिकूल समय है, वैसे सभी को हमसे प्यार है।

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6 AUG 2023 AT 21:15

हमारी दोस्ती युग के अनुसार है..
कुछ विपरीत परिस्थिती, कुछ मेरे बुरे वक्त का शिकार है,
समय प्रतिकूल है, दुःख है.. इसलिए सब दूर है।
मेरी खुशी और कामयाबी में तो.. सबको हमसे प्यार है।

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6 AUG 2023 AT 17:07

जब विपत्ति चारों तरफ से आता है, और तुम
लाचार और अकेले पड़ जाते हो।
तब जो तुम्हारे पास आकर.. दोस्ती का हाथ बढ़ाता है
वो ही सच्चा दोस्त कहलाता है।

जब तुझसे खुद के फायदे के लिए, तेरे गलती में भी
सब हां में हां मिलाता है।
तब तुझे "गलत कर रहे हो" कहके.. सही करवाता है
वो ही सच्चा दोस्त कहलाता है।

जब किसी के प्यार में धोखा पाकर तुम टूटते हो,
तेरा मन अवसाद से घिर जाता है।
तब जो तेरी हालात समझकर.. तुझे जीना सिखाता है
वो ही सच्चा दोस्त कहलाता है।

जब बहुत कोशिश के बाद भी, तू बार बार
हार जाता है, तुझे सब निकम्मा कहते है।
तब जो तुझको गले लगाकर.. तुझे दिल से अपनाता है
वो ही सच्चा दोस्त कहलाता है।

जब कश्ती डूबने को होती है, तेज धाराएं तुम्हें
किनारे के लिए तैरने नहीं देती है।
उस मृत्यु के अंतिम क्षण में.. जो ईश्वरत्व दिखाता है
वो ही सच्चा दोस्त कहलाता है।

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6 AUG 2023 AT 14:56

“झूठे व मतलबी परछाई की तरह
होता है। जब जितना आपके जीवन में उजाला होता है उतनी गहराई से वो आपके साथ दिखता है।
और जैसे ही रौशनी ढलती है वो धीरे धीरे विरल और दूर होने लगता है। और जब जिंदगी में अंधेरा होता है तब दूर दूर तक वो आपके साथ नहीं दिखता।”

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2 AUG 2023 AT 23:57

की..
तुम राज नहीं मेरा.. घर हो तुम।
बस कुछ पल का साथ नहीं हमारा..
अब मेरा हमसफर हो तुम।

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