हमारी भी सुन जरा रे,
छुप के बैठा है कहाँ रे,
ना हमको इतना तरसा रे,
ले आ ठंडी फुहारे,
बन के आ अब घटा रें,
और फिर जम के बरस जा रें- Uma Vaishnav
21 JUN 2019 AT 9:05
हमारी भी सुन जरा रे,
छुप के बैठा है कहाँ रे,
ना हमको इतना तरसा रे,
ले आ ठंडी फुहारे,
बन के आ अब घटा रें,
और फिर जम के बरस जा रें- Uma Vaishnav