जमा पानी दुर्गंध ही देगा
दिल दिमाग बोझिल करेगा..
दरिया का हो, या आंख का
पानी बह जाने दो..
पानी बह जाने दो..-
umasri_shakti
होश किसे है मंज़िल का
बेपरवाह सा सफ़र है..
ना तेरे दूर जाने का गम है
ना पास आने का भरम है..-
ख़ामोशी के गीतों की..
जिन्हें हम गुनगुनाएंगें भी...
और वो सुन मुस्कुराएंगे भी....-
हसरतों की बगिया है...
ख्वाहिशों का सैलाब है…
तुमको देख लूं जी भर के..
बस इतनी सी आस है..-
हर्षित हरी भरी वसुंधरा
झंकृत गगन संग मेघराज..!
आनंद मगन हो शिव करें विहार
पार्वती संग सुगंधित मधुर मास..!
शक्ति मिल शिव संग आओ इस हृदय द्वार..
नैनों में भरी है प्रतीक्षा की दिव्य आस..!
जिससे अलंकृत है ये माया संसार..
ना रच पाए लेखनी उसके लिए अलंकार...!🌹-
खत्म हो महामारी की कालिमा..!
निर्भय हो कर लें सांस
ना रोए कोई मां..!
जो चले गए,बिछड़ गए,
वो तो ना मिल पाएंगें कभी
जो जीते हैं,उन्हें तो इस कैद
से निजात दिला..!
क्या क्या मैं मांगू तुझसे
क्या नहीं है तुझे ख़बर
बस,
खिलखिलाता रहे ये जीवन
सुरक्षित हो धरती आसमां..!-
स्वस्थ रहने के लिए, स्वस्थ नियम लीजिए..!
करने हैं सभी कार्य इसी तन से,
व्यायाम, योग, आसन द्वारा इस पर ध्यान दीजिए..!
टहलिए रोज़ थोड़ा शीतल प्राण वायु में,
साथ में ताजा पौष्टिक भोजन लीजिए...!
बचे रहें प्रदूषित वातावरण एवम् विचारों से,
बिना प्रयास के स्वस्थ जीवन की
कल्पना ना कीजिए..!-