Ujwal   (Ujwal's)
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Joined 3 April 2021


Joined 3 April 2021
26 JAN 2023 AT 0:31

ऐ वतन,
तुझसे बढ़कर ना खुद है ना खुदा हैं |
औरों के लिये तो होगी बस मिट्टी,
हमारे लिये तू माँ है |

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15 FEB 2022 AT 21:00

बस थोड़ा धीरे चल ए ज़िन्दगी,
अभी कुछ हिसाब बाकी हैं |
किस्से मेरी माँ के प्यार के,
अभी तो बेहिसाब बाकी हैं |

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30 SEP 2021 AT 15:48

जा रहा हूं.........

अपनों से बहुत दूर,
सपनों से थोड़ा करीब|
निकल पड़ा हूँ घर से,
बदलने अपना नसीब|

सफर तो बस शुरु हुआ हैं,
मंज़िल अभी दूर हैं|
सुना है यहाँ मुसाफ़िरों केे,
चर्चे बड़े मशहूर हैं|

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28 SEP 2021 AT 14:34

सफर शुरू तो करो साथ मेरे,
वादा करता हूँ
मंज़िल तक साथ चलूंगा |
गर छूट गया हाथ गलती से भी,
याद रखना
अगले मोड़ पर फिर मिलूँगा |

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15 AUG 2021 AT 0:37

भारतीय असल्याचा नुसता गर्वच नाही,
तर माज पण आहे.
काल तर होताच होता,
आज पण आहे.

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9 MAY 2021 AT 12:31

माँ,
भले ही तेरे लिए मनाया जानेवाला,
कोई खास दिन ना हो|
पर मेरी ज़िन्दगी में आनेवाला ,
कोई भी दिन तेरे बिन ना हो|

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2 MAY 2021 AT 22:46

अाज थोड़ा दौडा रहा है, कल सुकून दिलायेगा |
आखिर मेरा भी तो भगवान है, कब तक रुलायेगा ?

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10 APR 2021 AT 15:07

आसानी से टूट जाऊ ,वो इन्सान थोडी हू |
सबको पसन्द आऊ , 'भगवान' थोडी हूँ |

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8 APR 2021 AT 21:24

एक डाल का पंछी नही मै,
हर पेड़ पर मेरा हिस्सा होगा.
जितनी आपकी कहानी है साहब,
उससे बड़ा मेरा किस्सा होगा.

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