अब जलने वालों को सीधा, "आदित्य" की रोशनी से जलाएंगे!
पहले पहुंचे हम चांद पर, अब "सूरज" की नजरों से नज़रे मिलाएंगे!!!-
Cook n Photographer by Passion...
Traveller by Choise...
अंधेरों से घिरे... read more
जला दिया करो उन खतों को जिनको लिखने वाले अब साथ नहीं...🔥
भूली बिसरी यादों को, यूं सीने से लगाना कोई अच्छी बात नहीं...!❤️-
छोटे छोटे पलों से ढेरो खुशियां उधार लिया करो...
हो चाहे जैसी भी, जिंदगी यूं संवार लिया करो...!
#MeriKalamSe-
हो ज़ख्म चाहे जैसा भी, फर्क नहीं पड़ता...
बस,
उसके मरहम का भी रिवाज़ होना चाहिए!
डूबो चाहे जितना भी, तुम इश्क में यारा...
मगर,
दर्द-ए-दिल की हदों का हिसाब होना चाहिए!-
नाम काव्य - "उज्ज्वल"
उ- उन्मुक्त हूं मैं नील गगन में, जैसे एक परिंदा हूं...
ज्- ज्योति की गर्मी सा मैं, हरदम ही ज़िंदा हूं...
ज्- ज्वालामुखी सा शांत मैं, ख़्वाबों का पुलिंदा हूं...
व- वलय की भांति समेटे हूं, रूप हज़ार अपने में,
ल- लक्ष्य से जो ना भटके फिर भी, ऐसा मैं बाशिंदा हूं...!
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"खत"
जला दिया करो उन खतों को, जिन्हें लिखने वाले अब साथ नहीं...🔥
भूली बिसरी यादों को, यूं सीने लगाना कोई अच्छी बात नहीं...!❤️-
"अधूरा शायर"
अधूरा सा शायर हूं जनाब,
पर ख़्वाब मैं पूरे लिखता हूं...
हो मौसम चाहे जैसा भी,
मगर खुश मैं हरदम दिखता हूं...!-
"इंसानियत"
वो मज़हबी थे, मतलबी थे, कौन जाने... जाने दो!
किसी की मौत पर आप यूं गुमान ना कीजिए...!
हमारी इंसानियत ज़िंदा है अभी, सभी के लिए...
प्रेम छोड़, यूं नफ़रत से भरे दिल का प्रमाण ना दीजिए...!-
दुनिया खूबसूरत सी यूं तन्हा कर छोड़ गया,
एक शख्स यूं हमसे मुंह आज मोड़ गया...
लड़ा खूब इत्मीनान से ज़िन्दगी भर हंसते हंसते...
देकर #राहत खुद को,
सिलसिला सांसों का वो आज तोड़ गया...!
राहत इंदौरी जी को भावभीनी श्रद्धांजलि! 🙏-
इन लाल सुर्ख बादलों में खो जाने को जी चाहता है...
क्या करूं, इनकी तरह मुझको भी कहां रुकना आता है!-