कहां हो सरकार?
अखबार में इश्तहार छपा है
कई दिनों का गला एक कंकाल मिला है
खोज बीन बड़े दिनों से जारी,
की पता पड़े की इसका कौन जिला है,
डॉक्टर की राय में, कत्ल हुआ है इसका,
पर आखिर यह अंजाम किस बात का सिला है,
सुना है पास उसके,
फटा - चिथड़ा एक संविधान मिला हैं,
एक पुरानी लाल बत्ती उसके जेब से,
और मालूम पड़ा कि माथे पर अशोक सिला है,
पूछा लोगो से आखिर कौन है वो,
तोह भैया, अभी तो सभी जीवन में गिला हैं,
कोई इंजेक्शन, तोह कोई ऑक्सीजन,
तोह कोई लकड़ी की लाइन में पिला है,
वैसे कई दिनों से सरकार नदारद,
शहर, कस्बा, गांव और कूचा, महकमा - बिला है,
कही यह कंकाल, उसका तो नही मिला है?
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