क्यो मिले थे , हम दोनो ! क्यो तय किया गया , हमारा मिलना !! दो कहानी का आपस मे जुड़ना!! कैसे नजरे मिलते ही अंजाने अपने हो गए कैसे आप हमारे लिए एक फरिश्ते हो गए !! क्या लिखा गया भाग्य की रेखा मे , आपसे मिलना !! अगर मिलना लिखा गया क्यो अलग हुए क्यो मिले थे हम !!— % &
बात बढ जायेगी छोडो जाने दो , तुम सही हो !! बिलकुल सही और सही हैं , खामोशी मैने बात की अगर , तो मुसीबत बढ जायेगी !! सही और गलत पे मेरी हैं नज़र ये आंखे पढ़ लेती मगर फिर भी जाने दो बात बढ जायेगी !! रिश्तो के मोती एक धागे निकल जाए बात बढ जाए अगर !!— % &
हाँ तो बड़ा शहर ,छोटे शहर के लोगो की सपनो की पोटली की तरह होता हैं!! मेरा भी कुछ ऐसा था सुबह सुबह एक अलग राग ज़िन्दगी जीने का अलग अन्दाज मानो मुझे भाने लगा ! हा तो सुबह -सुबह की जल्दी मे नाश्ता वो लैब मे पहूच कर कर लेगे ! हर सुबह बस एक ही दुआ भईया सीधे srl जाना कही घुमाना मत !! और पहूचते गहरी सास मानो आज का दिन अच्छा जाये हर दिन रहती आस ! पहले दिन वो लंबे से सर , वो छोटे से सर ,वो डरावने से तो वो गोल चशमे वाले !! अब पहले दिन नाम किसको पता होता हैं !! 11 बजे उस cafeteria की चाय मे शुकुन के लम्हे काट लेते हैं !! हाँ तो धीरे से ही नए दोस्त बनने लग गए !!— % &
हमारे साथ चलकर तो देखो तुम घर से निकल कर देखो ! मुसफिर हैं राह मे हम दोनो तुम ये सफर तय करके देखो उदासी ज़हा ज़िन्दगी को घेरे ! मुस्कान आये उन होठो को हेरे !! ये अलगाव विचारो का , सही और गलत के बीमारो का !! मिल जायेगे लोग तमाम , जो कत्ल करते सरेआम !! कुछ इंसानो को तो कुछ ज्जबातो का ! हम भी महज भीड़ का हिस्सा ही हैं ! नाम मिलेगे हमारे जैसे हजारो , पर वो हजार किरदार हो हमारे जैसे ,, ये तो ज़रूरी नही !! हमारे साथ चल कर देखो ! तुम भी घर से निकल कर देखो— % &
तुम्हारी एक गलती सबक बन गयी ज़िन्दगी की तुम जब रूठे मुझसे बिन किस बात के , एहसास तब हुआ मुझे किरदार आते - ज़ाते रहेगे तुम्हे ये हसाते - रूलाते रहेगे जो रहेगा साथ वो खुद तुम हो लोग तुम्हारी ज़िन्दगी मे आते ज़ाते रहेगे !! मुझे कोई इल्म नही तेरी गलती का ! पर फिर भी तुम्हारी गलती तुम्हे तन्हा कर जायेगी ! तो जान लेना तुम तुम्हारी एक गलती !!— % &
किस दलदल मे फसे पडे मे तुम ज़िन्दगी की कौन सी राह पे टिके हो ये ऊची मिनारे खोखली हैं , ये नही दे पाये शुकुन तुम्हे ताक रहे हो तुम उस ओंर झाके कोई तुम्हारी दिल की ओंर क्यो नही सुनते हो तुम दिल की बात— % &