* कान्हा रे, कान्हा रे *
कान्हा रे, कान्हा रेऽऽ! दूर मत जाऽनाऽ! गोकुल की गलियां छोड़ के !२
गोकुल की गलियां, छोड़के,ए-एऽ!
कान्हा रे कान्हा रे ०
बंशीवट,जाना ! तेरा ! अच्छा नही::!२ गउवें चराना तेरा ! अच्छा नहीं ::::!२
बंशीवट जाऊँगा, गउवें चराऊँगा !२ गोकुल की गलियां, छोड़के,एएए,
कान्हा रे, कान्हा रे, दूर मत ०
वृन्दावन, जाना, तेरा, अच्छा, नहीं::::!२रास रचाना, वहां अच्छा नहीं :::::!२
वृन्दावन जाऊँगा, रास रचाऊँगा !२ गोकुल की गलियां छोड़ के एएए!
कान्हां रे, कान्हां रे, दूर मत ०
बरसाना, जाना, तेरा अच्छा नहीं:::!२ होली खेलन, वहाँ अच्छा नहीं::: !२
बरसाने जाऊँगा, होली वहां खेलूँगा, गोकुल की गलियां छोड़ के एएए !२
कान्हा रे, कान्हारे, दूर मत ०
मथुरा गमन तेरा ! अच्छा नहीं ::::!२ कंस मामा भी तेरा, अच्छा नहीं::!
मथुरा में जाऊँगा, कंस को मारूंगा !२ गोकुल की गलियां छोड़ के एएए !
कान्हा रे, कान्हा रे ! दूर मत ०
मंदिर में जाना, तेरा, अच्छा, नहीं ! सत्संग में जाना तो अच्छा ! नही::::!
मंदिर में जाऊँगा, सत्संग में बैठूँगा, गोकुल की गलियां छोडकेएएए, कान्हा रे ०
संकलनकर्ता-- उदय प्रताप जनार्दन सिंह
- उदय प्रताप जनार्दन सिंह
23 AUG 2019 AT 13:21