सरेआम कतरा कतरा सा हो गया हूँ,
मैं इस जहाँ में कहीं खो सा गया हूँ,
मत पुछो मेरा हाल,
में होकर भी ख़ुद को खो चुका हूँ॥-
एहसास तो अब जाने कहा और कैसा होगा
इंतज़ार का मज़ा लो ,मिलते तो सभी हैं॥-
थक गया हूँ बस करो
बहाने कितने बनाओगे
राज गहरे फीके होते जा रहे है
बस करो किस किससे नज़रें चुराओगे
झूठ सच के इस पर्दे से बताओ कैसे बच पाओगे
ना करो मुझसे होशियारी
हम से छोड़ो ख़ुद से भी धोखा खा जाओगे॥-
मैं हूँ, हाँ बस में हूँ
दर्द में हूँ, हाँ बस मैं हूँ
बाँटू तो बँटता नहीं,
काटूँ तो करता नहीं,
इंतज़ार में हूँ, इंसाफ़ में हूँ,
मैं हूँ, हाँ बस मैं हूँ
अनजान सवेरे हैं,
आस पास अंधेरे हैं
राज़ कुछ ऐसे हैं,
जिसने बाँधे हाथ मेरे हैं
यहाँ कौन जाने कितने
ज़ालिम, दुश्मन, क़ातिल मेरे हैं॥
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अनजान सही पर बेखबर नहीं,
महफिलाना अंदाज नहीं,
अकेला ही सही,
बेवजह भटका नहीं,
डगर सही पर दिशा नहीं।।-
ख़ामोशी का दौर हैं
शब्दों से नाराज़गी
अन्दर से भरा हूँ
अब कोई जवाब नहीं,
मेरे पास भी ॥
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I still remember our first eye-contact
Denim with grey that attract
Black plus brown abstract
Light and dark combination that crack
English and hindi that get interact
Oh my darling!
We are in our existence!-
I’m fool, fed up like an owl
Wanted some noise, to protect my voice
Beauty not matter, mind half letter
All the factor, I hate my character!!!-
क्या लिखूँ
आज इस सवाल में हूँ
ख़याल तेरा आया अब मैं मिज़ाज़ में हूँ,
तेरे हर हिस्से को आज मैं बताती हूँ,
उन छोटी छोटी बातों से तुझको समझाती हूँ,
तो इस क़दर मुझमें बसा है,
तेरा हर हिस्सा मेरे अंदर रमा है,
सास तू ले तो प्राण मेरे चलते हैं,
आबाद हूँ मैं ये सोचकर सब जलते हैं,
हाँ तेरे होंठों का ज़िक्र करू तो,
तेरी हर बात में यु मुस्कुराना मुझे अच्छा
लगता है,
हाँ तेरा मुझे ख़यालों में यूँ छेड़ कर जाना अच्छा
लगता है,
तेरा मनाना, तेरा रूठ जाना मुझे अच्छा लगता है,
तेरी रूह से मेरी रूह तक का ये रिश्ता मुझे
सच्चा लगता है,
तेरी आँखों में मुझे एक राज दिखता है,
अल्फाजों से क्या कहूँ मुझे,
मुझे इनमें मेरा नाम दिखता हूँ,
अब इस क़दर तू मेरा है,
तुझमें ही मुझे मेरा भगवान दिखता हैं॥-