15 APR 2019 AT 1:23

"तुझे पाने में मसला ये है...
की तुझे खोने के वसवसे* रहेंगे..."

सोते रहेंगे या जागते रहेंगे...
हम तेरे ख़्वाब देखते रहेंगे...
मुसाफ़िरों को रास्ते बदलने हैं..
पेड़ अपनी जगह खड़े रहेंगे...
सभी मौसम है दस्तरक में तेरी..
तूने चाहा तो हम हरे रहेंगे...
तू कही और ढूँढता रहेगा...
हम कहीं और ही खिले रहेंगे...
तू इधर देख मुझसे बातें कर...
यार हम हाल पूछते रहेंगे...
तुझे पाने में मसला ये है...
की तुझे खोने के वसवसे* रहेंगे...
तुझको छूने के बाद क्या होगा...
दूर तक हम महकते रहेंगे...

*वसवसे- problem

- Bewajah