udiT Rai.,.
क्यूं., आख़िर हो गए ना तुम किसी और के.,.
इश्क़ से मेरे., कुछ यूं मुंह फेर के.,.— % &-
8109149410 for any kinda collabora... read more
udiT Rai.,.
लूट गया सब सुकून की तलाश में.,.
ये मुस्कान चेहरे पे., देखो फरेब अच्छा है.,.— % &-
udiT Rai.,.
बात अब सिर्फ़ इश्क़ की कहां रही.,.
अब जहन आदी हो चला है उसका.,.— % &-
udiT Rai.,.
यूं तो बहुत कुछ था उस शहर में.,
पर मेरे लिए तो उस शक्स का होना ही ज़रूरी था.,.— % &-
udiT Rai.,.
ये जो ख़ामोशी में अल्फाज लिखें हैं ना.,.
कभी पढ़ना इन्हें.,
कमबख्त शोर बहुत करते हैं.,.-
udiT Rai.,.
तुझे इतनी दफा मांगा है मैंने उस ख़ुदा से.,.
के अब सजदे में झुकूं तो.,
फ़रिश्ते ख़ुद मेरी दुआ लिख देते हैं.,.-
udiT Rai.,.
फिसलती जा रही हो तुम क़िस्मत की लकीरों से.,.
कहो., कसकर तुम्हे पकडूं या वक्त को.,.-
udiT Rai.,.
ये तरीका भी मोहब्बत का कितना जुदा है.,.
ज़िक्र सिर्फ तेरा इन लबों पे.,
और इन आंखों ने नाम छुपा रक्खा है.,.-
udiT Rai.,.
बस इक नाम लिखने की इजाज़त नहीं मिली.,.
बाकी जो भी लिखा मैंने बस तुझपे ही लिखा है.,.-
udiT Rai.,.
परछाई ही सही., तेरा साथ तो हो.,.
तस्वीर दे जा तेरी., तेरे बाद तेरी बात तो हो.,.-