तेरी ज़िद के आगे हम कुछ यूं बेबस हो गये,जिस दिन से तूने बात न की तब से तन्हा हो गये। -
तेरी ज़िद के आगे हम कुछ यूं बेबस हो गये,जिस दिन से तूने बात न की तब से तन्हा हो गये।
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सिरहाने हाथ रखते हैं जमीं पर लेट जाते हैं,अपना तकिया बिस्तर अपने साथ रखते हैं। -
सिरहाने हाथ रखते हैं जमीं पर लेट जाते हैं,अपना तकिया बिस्तर अपने साथ रखते हैं।
ख्यालों में तेरा एक सुरूर सा छाया,लगता है बरसों से तेरे सपनों में आया। -
ख्यालों में तेरा एक सुरूर सा छाया,लगता है बरसों से तेरे सपनों में आया।
रहना सीख जाओगे तो चाह किस चीज की करोगे,तुम हो नदी और मैं समंदर तो परवाह किसकी करोगे। -
रहना सीख जाओगे तो चाह किस चीज की करोगे,तुम हो नदी और मैं समंदर तो परवाह किसकी करोगे।
ज़रा मुड़कर तो देखो कायनात-ए-चेहरा,नज़रों से नज़रें मिलाने क्या फ़ायदा। -
ज़रा मुड़कर तो देखो कायनात-ए-चेहरा,नज़रों से नज़रें मिलाने क्या फ़ायदा।
जीवन में जो चाहोगे वह समय पर नहीं मिलेगा,जिसकी इच्छा भी नहीं होगी वह अवश्य मिलेगा। -
जीवन में जो चाहोगे वह समय पर नहीं मिलेगा,जिसकी इच्छा भी नहीं होगी वह अवश्य मिलेगा।
प्रेम अगर पूरा हो तो शिव पार्वती जैसा,और गर अधूरा हो तो राधा श्याम जैसा। -
प्रेम अगर पूरा हो तो शिव पार्वती जैसा,और गर अधूरा हो तो राधा श्याम जैसा।
तू जो बारिश की सी बूंद,मैं समुंदर-सा बन जाऊं।तू जो सबकी प्यास बुझाए,मैं किसी के काम न आऊं।। -
तू जो बारिश की सी बूंद,मैं समुंदर-सा बन जाऊं।तू जो सबकी प्यास बुझाए,मैं किसी के काम न आऊं।।