जब तू ही ख़ुद का न हुआ
तो फिर तेरा कौन ही हुआ-
Which you can write
Which you can read
Which you can recite
Upon Which, can act
Which you can live
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मन की बात
भगवान जी किसी भी जगह हमें कम नहीं पाया
जो दिया आपने छप्पर फाड़कर ही दिया खुदाया
आपका क्या रंग रूप ये तो कोई भी जान न पाया
भगवान जी हम से आप ख़ूब दोस्ती-यारी निभाया-
नव संवाद
ग़र बिमारियां आपकी मेहमान बन आ जाएं तो क्या कीजे
दवाइयां खिला ख़ातिरदारी कीजिए और हाथ जोड़ दीजिए
जहां से लाई हैं तशरीफ़ आप अपनी वापसी की राह पकड़िए
मिलने का समय हो चुका पूरा अब मेहमानी का नशा उतारिए-
रंगोत्सव
टेसू की बन बन छाई बहार
मानो प्रकृति ने छेड़ी मल्हार
केसरिया पीताम्बरी हुआ जग
कोने - कोने खिल उठा संसार
प्रेम निष्ठा रंगों के फूले पलाश
सहृदयता भाईचारे अरु विश्वास
प्रकृति राधा सम बरसाए रंग
हिय मिल होली राधामाधव संग
हरे गुलाबी रंगों की सजी रंगोली
आओ गुईंयां अरु सखा खेलें होली-