रोज रोज देकर इजहार करता हूँ
मैं आपसे बेइंतहा प्यार करता हूँ
मेरी बेरंग जिंदगी में प्यार का रंग भरने वाली
मुझे प्यारी सी पुत्री का पिता बनाने वाली
मेरी कांटो सी राह को गुलाब सा पथ बनाने वाली
मेरी हयात के डगर पर साथ देने वाली
मेरे हृदय के निकेतन में रहने वाली
मेरी प्रिय मेरी वामांगिनी मेरी अर्धागिनी
मेरी संगिनी मेरी सहधर्मिणी मेरी रमणी
मेरी परिणीता मेरी वनिता
मेरी दारा मेरी भार्या
-
मां
अपनी हर इच्छाओं को मारकर
अपने हर सपनों को रुंध कर
ना धूप देखती ना छाँव देखती
ना रात देखती ना दिन देखती
ना त्योहार देखती ना सजना सवरना देखती
उसने बस देखी तो अपने बच्चें की खुशी
खुद गीले में सोकर हमें सूखे में सुलाती
पहले पूरे घर को खाना खिलाकर तब खाना खाती
सभी की पसंद नापसंद का ख्याल है रखती
ऐसी महान विभूति माँ है कहलाती ।।
-
मेरे बीमार दिल का इलाज हो तुम,
मेरी हर ख़ुशी का एहसास हो तुम।-
*_गिले-शिकवों का भी कोई अंत नहीं है साहिब_*
*_पत्थरों को शिकायत है कि पानी की मार से टूट रहे हैं हम और पानी का गिला ये है कि पत्थर हमें खुलकर बहने नहीं देते_*
-
एक मोड़ ऐसा भी आता है
इंसान जब सोच में पड़ जाता है
क्या सही है क्या गलत है
जिंदगी के इसी भंवर में फंस जाता है
आशा में भी निराशा दिखती हैं
जब बुद्धी पर भय का साया पड़ जाता है
ऐसी स्थिति में बहुत लोग सुसाइड कर लेते है
क्यूँ भूल जाते है वो उनके पीछे भी उनका परिवार है
जो हर सुख दुख में साथ उनका देता है
क्या हुआ जो हार गए
अपनी मंजिल से गिर गए
फिर से उठ लड़कते कदमों को आशा के नवीन पंख लगा
तेरे साथ भगवान है और तेरा परिवार है
फिर से एक बार कर मेहनत
फिर देख सफलता कैसे तेरे चूमती है कदम
अब एक मोड़ ऐसा भी आए
जब हिम्मत अपनी ना खोना तू
असफलता में है सफलता उक्त पंक्ति को याद रखना तू-
सच कहो क्या तुम हमसे प्यार करती हो
या अपना मतलब निकालने के लिए बस Timepass करती हो
क्या तुम्हारी ये स्माइल मेरे प्यार का सबूत है
या सिर्फ मेरे दिल को फंसाने का दाना है
मुझे छोड़कर नहीं जाने का वादा सच है
या मुझे छोड़कर जाने के लिए ये वादा है-