कौन कहता है मोहब्बत की ज़बान होती है
मोहब्बत तो आंखों से बयां होती है।-
जैसे गए हो छोड़ के शाम ए फ़िराक में
ऐसे भला छोड़ के जाता भी है कोई।
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उलझने इश्क़ में बस इतनी रही...
ना उससे हाँ हुई.. ना हमसे ना हुई..-
मोहब्बत के बिना ये जिंदगी कुछ भी नहीं
दिल को भी अब कोई ठिकाना चाहिए
अकेले ये रात बसर होती नहीं
कोई तो अब जिंदगी में आना चाहिए।
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Glaucoma ,cataract tumhari ankho me
Itne sare fact tumhari ankho me
Mujhko dekha aur dabai single lid
Ye hai kaisa act tumhari ankho me
Mana main padhta hun mujhko nahi aata
Sir mere perfect tumhari ankho me
Retina pupil sclera ab choro bhi
Kitne hain subject tumhari ankho me
Image tumhari hi banti hai retina par,
Phir bhi mai suspect tumhari ankho me.-
मुहब्बत जिससे एक नज़र में हो जाती है
उसे भूलने में फिर सदियां गुज़र जाती है।-
एक दिया तेरे नाम का जलाएं,
उसमे तेरे चेहरे को सजाएं,
और तूने जो जख्म दिए है मुझे,
उसको उस धुएं में फिर उड़ाएं,
अगर तू आ जाए सामने फिर,
इन्नालिल्लाह पढ़ के कब्रिस्तान चले जाएं।-
ज़िद पे आ जाऊं तो पलट कर भी ना देखूं,
मेरे सब्र से अभी तुम वाक़िफ कहां हो।-
आज परेशान हूं तो कल सुकून भी आएगा,
रब मेरा भी है आखिर कोई कब तक रुलाएगा।-