कभी कभी मन करता है की एक नई दुनियां ही रच दूं,बदल को जमीं और जमीं को बादल कर दूं। -
कभी कभी मन करता है की एक नई दुनियां ही रच दूं,बदल को जमीं और जमीं को बादल कर दूं।
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ये कौन बताएगा उसे कि मैं उसे चाहने लगा हूं,वो लिखने लगी है , मै पढ़ने लगा हूं। -
ये कौन बताएगा उसे कि मैं उसे चाहने लगा हूं,वो लिखने लगी है , मै पढ़ने लगा हूं।
उसे मीठा बहुत पसंद था,मुझे उसकी बातें,अंत में 'diabtes' दोनों को हो गया। -
उसे मीठा बहुत पसंद था,मुझे उसकी बातें,अंत में 'diabtes' दोनों को हो गया।
लिखते तो हम भी थे ,मगर किसी ने पढ़ा नहीं हमे,बोलते तो हम भी थे,मगर किसी ने सुना नही हमे। -
लिखते तो हम भी थे ,मगर किसी ने पढ़ा नहीं हमे,बोलते तो हम भी थे,मगर किसी ने सुना नही हमे।
मुझे हिचकियां बड़ी आ रही,कंबख्त ये ज़हर से भी न जा रही। -
मुझे हिचकियां बड़ी आ रही,कंबख्त ये ज़हर से भी न जा रही।
For my belovedMade up of flesh Wrapped up with the veinsCarry pieces of my HeartFor my sweetheart -
For my belovedMade up of flesh Wrapped up with the veinsCarry pieces of my HeartFor my sweetheart
कौन कंबख्त किताबो से पढ़ता है,हम तो तेरे आंखों से पढ़कर PhD कर ले। -
कौन कंबख्त किताबो से पढ़ता है,हम तो तेरे आंखों से पढ़कर PhD कर ले।
है मैंनेकी अपने आप को समेटते कैसे है -
है मैंनेकी अपने आप को समेटते कैसे है
ऐसे न उंगली पकड़ा करो,यू आंखे न हमसे मिलाया करो,हम मर जाते है तेरे प्यार में,यू न 'Traditional Attire' में आया करो। -
ऐसे न उंगली पकड़ा करो,यू आंखे न हमसे मिलाया करो,हम मर जाते है तेरे प्यार में,यू न 'Traditional Attire' में आया करो।
गोलियां तो मुझे बहुत लगी,मगर घायल तो मैं तेरे गुलाब से हुआ,धोखा तो बहुतों ने दिया मुझे ज़ालिम,मगर तूने जो दिया वो बेहिसाब लगा। -
गोलियां तो मुझे बहुत लगी,मगर घायल तो मैं तेरे गुलाब से हुआ,धोखा तो बहुतों ने दिया मुझे ज़ालिम,मगर तूने जो दिया वो बेहिसाब लगा।