लोग सौ रंग बदलते हैं,
हसीन चेहरों को लुभाने के लिए….
और हम अशक बहाते हैं,
शिर्फ एक चहरे को भूलाने के लिए…-
@writter_writes_19
हम तो अपना दिल हल्का करने के लिए लिखते है, वरना ... read more
वो जो हमसे नफरत करते हैं,
हम तो आज भी सिर्फ उन पर मरते हैं,
नफरत है तो क्या हुआ यारो,
कुछ तो है जो वो सिर्फ हमसे करते हैं।-
बातें करके रुला ना दीजियेगा,
यूं चुप रहके सज़ा ना दीजियेगा,
ना दे सके खुशी तो ग़म ही सही,
पर दोस्त बना के यूं भुला ना दीजियेगा।-
बहुत अज़ीब होती है ये यादें भी मोहब्बत की..
जिन पलों में हम रोए थे,
उन्हें याद करके हमें हसीं आती है…
और जिन पलों में हसें थे ..
उन्हें याद करके रोना आता है॥-
हँसते रहने की आदत भी कितनी महँगी पड़ी हमें…छोड़ गया वो ये सोच कर कि…
हम दूर रह कर भी खुश हैं !!-
हजारो गम है सीने मे मगर शिकवा करें किससे…
इधर दिल है तो अपना है…
उधर तुम हो तो अपने हो…-
हम गमों को छिपाने का कारोबार करते है…
कसूर बस इतना ही है…
हम गम देने वाले से ही बेशुमार प्यार करते है …..-
हम रूठे दिलों को मनाने में रह गए;
गैरों को अपना दर्द सुनाने में रह गए;
मंज़िल हमारी, हमारे करीब से गुज़र गयी;
हम दूसरों को रास्ता दिखाने में रह गए।-
हम तो अपना दिल हल्का करने के लिए लिखते है, वरना जिस पर आँसुओं का असर ना हुआ उस पर अल्फाज़ क्या असर करेंगे....!??
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हमने माँगा था साथ जिसका
वो उम्र भर की जुदाई का ग़म दे गया…
हम जी लेते यादों के सहारे उसकी पर जाते-जाते ज़ालिम भूल जाने की क़सम दे गया !!-