दिखना बंद हुआ हूँ बूझा नहीं।
सूरज हूँ कोई मोम की बत्ती नहीं।।-
दिल बहलाने को मैं कोई कागज़ की कश्ती नहीं हूँ,
मैं ज़िंदगी की सीख हूँ — संभाल कर रखना,
सही वक़्त पर काम आऊँगा।”-
One hand can slap in anger or salute in fear, but love and relationships always need two hands—to greet, to hold, to nurture.
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देर कुछ लगेगी शायद
आज कुछ देर हो गयी है
इक रात को गये थे वो
आज फिर सवेर हो हुई है
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She wants to keep her body untouched,
While he longs to embrace her soul.-
जिये है कुछ लम्हे ऐसे भी
जो आज भी मिलने आते है
डराते है रुलाते है
ब्लैक वारंट हो जैसे जजमेंट दे जाते है-
उन्हें लगा था कि वो दूर रह कर
अपनी मोहोबत्त की क़ीमत बड़ाएँगे
किसी ने कदर जान कर हमारी
ख़रीद लिया हमको
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Milo jo tum to raaz ki baat karuin
Tumhare bahane hi, khud se mulakat karuin
Waqt maang rha hoon tumse tumhara
Btao kab tak yuin intezaar karuin-
इंतज़ार का ता उम्र का वादा था
अभी तो कुछ लम्हे बीते है
अभी हम भी कुँवारे है
लगती तो वो भी कुँवारी है
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