जो गुजरे वो दिन जब याद आते है,
आँसु आ जाते हैं आँखो में
जब से तुम नही इस घर में,
वो खुशियाँ कहाँ से लाऊंगी,
चेहरे पर थी मुस्कान हमेशा
वो नूर कहाँ से लाऊंगी,
चमक जो थी ऊन आँखो में
वो ख्वाब कहाँ से लाऊंगी ,
प्यार जो था ऊन बातो में
वो किस्से कहाँ से लाऊंगी,
जीन हाथो से सवारा तुमने
वो प्यार कहाँ से लाऊंगी,
बचपन जो लेगई आप अपने साथ में
वो दुलार कहाँ से लाऊंगी,
जो गुजरे वो दिन
अब वो दिन कहाँ से लाऊंगी.....
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