14 FEB 2019 AT 3:41

येषां न विद्या न तपो न दानं ज्ञानं न शीलं न गुणो न धर्मः !
ते मर्त्यलोके भुविभारभूता मनुष्यरूपेण मृगाश्चरन्ति !!

हिन्दी अर्थ : जिन लोगो के पास विद्या,
तप, दान, शील, गुण और धर्म नहीं होता.
ऐसे लोग इस धरती के लिए भार है और मनुष्य के
रूप में जानवर बनकर घूमते है..✍️

- Swami Turiyanand राधे राधे.. हरि ॐ