तुम और मैं   (बेपरवाज़ पंछी)
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तुझे चिढाती थी जो मेरी दो-चार गुफ्त-गु

अब मेरी जान तु खामोशी देख रोयेगा
Joined 17 March 2019


तुझे चिढाती थी जो मेरी दो-चार गुफ्त-गु

अब मेरी जान तु खामोशी देख रोयेगा
Joined 17 March 2019
16 OCT 2022 AT 20:16

जो दिल की न समझता हो....


उसके आगे बयां करना बेकार है..!!!!!

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16 OCT 2022 AT 7:55

मैने खास से......

आम बनते देखा है...!!!!

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2 OCT 2022 AT 19:42

एक शख्स के हालात से जल्दी...

उन हालातों में कहे गये अल्फाज पकडे जाते है..!!

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6 AUG 2022 AT 21:16

शाखों पर सूूखने के बाद बेरंग बेमतलब होजाता है

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6 AUG 2022 AT 21:13

नज़दीकियों की एहमियत

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6 AUG 2022 AT 21:11

true love and true partner with you..and hold your hand in every sitution...in every pain..

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6 AUG 2022 AT 21:09

दिल तन्हा है...चलो कुछ दूर साथ चलो

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6 AUG 2022 AT 20:59

औरते हमेशा कमजोर ही रहती है..कोई न कोई वजह से दबकर,बेपनाह वफा,और तफसील से किया गया इश्क..उसको खुद में ही जरा सा कर देता है...फिर किसी की भी उँची आवाज उसकी आँखों में आँसु लाने के लिये काफी होते है...कमजोर हो जाती है वो अपना सब कुछ उस अपने को समर्पित करके...फिर जब वो ही उसे समझने में गलती करदे तो वो बेआसरा सी...कोने में आँसुओ के घुंट पीकर मुंह धोकर अपने भीतर को शांत कर देती है,यही एकमात्र रास्ता होता है उसके पास...किसी के गले लगकर रवैये की शिकायत करने की बजाय वो कुछ नही कहकर सब टाल देती है..उसको जवाबदेह नही बनाया जाता..तभी तो वो कभी गिला नही करती ,चाहे चोट जिस्मानी हो या आत्मिक..उसके पास खुद का मरहम होता है..हरेक जख्म के लिये..क्योंकि उसको बहुत से रिश्तों को सींचना होता है..यदि वो भी अकडकर शहतीर की तरह खडी होजाये..तो उसके अपने रिश्ते कभी जडें नही पकड पायेगे

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1 JUL 2022 AT 22:16




कैप्शन में पढियेगा........

इम्तिहान


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3 JUN 2022 AT 16:06

अकेले सफर तय करो

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