सुना सुना सा मंजर था, सुना सुना सा मंजर था। ना जाने क्यु रो रहे थे सब, तुझे सोया देख कर। जागा देती मैं अगर होती वहां, जागा देती मैं अगर होती वहां, तुझे ले गए सब मुझे अकेला छोड़ कर।
याद नहीं करती, फिर भी याद आते हो। बोलते बोलते मेरी ख़ामोशी की, वजह बन जाते हो। हॉ मुस्कान आ जाती हैं, तब भी चहेरे पर। लेकिन दूसरे ही पल, आंसू कि वजह बन जाते हो।
मेरे सीने में धडकता, मेरा हिंदुस्तान है। नीचे गिरा झंडे से, गीरती हमारी भी शान है। सम्हालो ज़रा उस तिरंगे को, जिससे हमारी पहचान है। मेरे सीने में धडकता, मेरा हिंदुस्तान है। Happy republic day..🇮🇳