रोना चाहे जब हृदय बिलख बिलख कर
अश्रु नदी को सब्र के बांध से रोक रखना
संघर्ष है-
PHILOMUSE✍🏻❤
अंदर से खुद को हर पल टूटता हुआ देख
फिर भी मजबूती से खुद को समेटे रखना
संघर्ष है-
जब आपका अंतर्मन पीड़ा से आहत हो
पर होठों पर मुस्कान को सजाए रखना
संघर्ष है-
जो प्रेम गली में आया नहीं
प्रियतम का ठिकाना क्या जाने
जिसने कभी प्रेम किया ही नहीं
वो प्रेम निभाना क्या जाने
जिस दिल में ना पैदा दर्द हुआ
वो पीर पराई क्या जाने
मीरा है दिवानी मोहन की
संसार निभाना क्या जाने |-
कोई शक है तुझे तो पढकर देख ले
मेरी रूह पर लिखा है जो वो तेरा नाम है
मैं जी लूँ या मर ही जाउँ तुझसे मिलन की प्यास में
मिलने आना न आना ये अब तेरा काम है..-
तेरी हर छवि पर ये जोगन बलिहारी है
बस इक,
तू अपना सा लगता है,पराई ये दुनिया सारी है
साथ कितना और कब तक है हमारा.....
न पूछना मुझसे ये सांवरिया
मेरे नैनन में तूने इक उम्र सी गुजारी है-
हर एक शख्स केे दिल में कोई न कोई गम है
चाहो तो झाँक कर देखो दिल में एक बार मेरे यार
तुम्हारा गम उसके मुकाबले तो बहुत कम है.....-
हर बात पर अपने व्यवहार को यूंही चिड़्चिडा न कीजिये
सामने वाला बात आेछी करे,तो आप अपना दिल बड़ा कीजिये-
आज वक्त आपका है
जितना मर्जी है उड़ लीजिये,
क्यूंकि वक्त हमारा आएगा ना
तो यकीन मानिये उड़ा देंगे-