आप कुछ नहीं जानते तो परेशान न हों,
जिम्मेदारियां इंसान को सबकुछ सिखा देती हैं।।-
1-एक अच्छा विचार खुशियों का संसार होता है
2- अच्छे विचारों से रूबरू होते रहीए
3- दिन क... read more
सुबह होते_होते बूढ़ा फिर जवान हो गया
परिवार के बोझ ने उसे ढ़लने न दिया।।-
आंधियां उड़ा ले गईं पत्तों को
साखें अभी बाकी है।।
जरा सा मायूस हूं पर टूटा नहीं हूं
कुछ बनूंगा ये विश्वाश अभी बाकी है।।
रास्ते में हूं तो मंजिलें मिलेंगी ही
बैठा हूं लेकिन चाल अभी बाकी है।।
शक की निगाहों से न देखो मुझको
इम्तिहान दिया है,रिज़ल्ट अभी बाकी है।।
ठोकरें ही तो हैं उठ जाऊंगा
सांसे उखड़ी हैं,जान अभी बाकी है।।-
खुद को जलाया था जिसने
मुसाफिरों को राह दिखाने के लिए
कुछ नादान महज उसे,
राख का ढ़ेर समझ बैठे।।-
झाड़ी होकर अकड़ रखते हो
कुछ नहीं कर पाओगे
बनो बेल की तरह लचीले
तो बरगद में भी चढ़ जाओगे।।-
हिस्सों में भी हिस्सा बना रहा
शीशा की जिद थी,
खूब टूटा पर शीशा बना रहा।।-
तुम्हे देखनी हो गर भेड़ियों की जमात
कोचिंग जाती,राह चलती
या घर से निकलती हुई लड़कियों पर,
छींटाकशी करते हुए लड़कों को देख लेना।।-