सोचते हैं खरीद लेंगे हम सबकुछ पैसों के दम से, ये हमारा वहम ही हमे कंगाल बना के जायेगा.. -
सोचते हैं खरीद लेंगे हम सबकुछ पैसों के दम से, ये हमारा वहम ही हमे कंगाल बना के जायेगा..
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जिस देश में लोग अपने 'राष्ट्रपिता' को गाली दे पा रहे हैं वो देश है भारत,क्या इससे अच्छा भारत बना देते नाथूराम गोडसे ? -
जिस देश में लोग अपने 'राष्ट्रपिता' को गाली दे पा रहे हैं वो देश है भारत,क्या इससे अच्छा भारत बना देते नाथूराम गोडसे ?
कुछ लोग थे शायद, जिन्हें सम्हालना था उसे वरना किसी अपने के गुजरने पर 'आँसू ' रोकता कौन है -
कुछ लोग थे शायद, जिन्हें सम्हालना था उसे वरना किसी अपने के गुजरने पर 'आँसू ' रोकता कौन है
वो जानता है घर से टपकेगा पानी मगर पर अपनी फसल के लिये ,बारिश की भी दुआ मांगता है -
वो जानता है घर से टपकेगा पानी मगर पर अपनी फसल के लिये ,बारिश की भी दुआ मांगता है
तुम्हारा किरदार था वैसा, वरना, हमने कभी किया नहीं था कि हम जुदा होके किसी से ,फिर मन्नतें माँगे उसी की -
तुम्हारा किरदार था वैसा, वरना, हमने कभी किया नहीं था कि हम जुदा होके किसी से ,फिर मन्नतें माँगे उसी की
मकसद तो हो जीने के लिये भी कोई वरना मरने की वजह तो यहाँ हजारों हैं -
मकसद तो हो जीने के लिये भी कोई वरना मरने की वजह तो यहाँ हजारों हैं
इश्क़ मुहब्बत की बातें ,वही किया करते हैं जिनको फिक्र 'कल की रोटी' की, होती नहीं है ! -
इश्क़ मुहब्बत की बातें ,वही किया करते हैं जिनको फिक्र 'कल की रोटी' की, होती नहीं है !
कितने रिश्तें तोड़ोगे अपनों को खराब बताकर,कभी खुद पे भी नजर अपनी मारो तो सही ! -
कितने रिश्तें तोड़ोगे अपनों को खराब बताकर,कभी खुद पे भी नजर अपनी मारो तो सही !
कुछ तजुर्बे रहें हैं बुरे मगर पर ज़िन्दगी..... आज भी तू खूबसूरत वही है -
कुछ तजुर्बे रहें हैं बुरे मगर पर ज़िन्दगी..... आज भी तू खूबसूरत वही है
हम खुद गिर चुके हैं अपनी नजर में, अब और कैसी सजा तू देगा हमें ! -
हम खुद गिर चुके हैं अपनी नजर में, अब और कैसी सजा तू देगा हमें !