Tripurari Singh   (.....)
115 Followers · 2 Following

read more
Joined 31 January 2020


read more
Joined 31 January 2020
6 JAN 2023 AT 20:08

क्या हुआ जो उसने मेरे साथ खेला है
अब मेरे पास भी तन्हाइयों का मेला है

-


6 JAN 2023 AT 19:58

उनके फितरत में ही दगाबाजी थी
फिर खुदा भी उनसे कैसे राजी थी

-


31 AUG 2022 AT 7:41

कितना महफूज़ हूँ मैं कोने में
कोई अड़चन नहीं है...रोने में

-


31 AUG 2022 AT 7:36

जलता हुआ मकान🏚️ किसी दूसरे का है
ये जान कर हर शख़्स ने राहत की सांस ली

-


31 AUG 2022 AT 7:28

न जाने कितने कपड़े अल्मारी में लटके रह गए
तेरा बिछड़ना मेरी जवानी के शौक़ खा गया

-


23 MAY 2022 AT 9:03

कि छूट गए मुझसे दोस्त पुराने, मोहब्बत ने भी दिल तोड़ दिया
मेरे हालात मुझे शहर ले आए, सपने के खातिर गांव छोड़ दिया

-


25 OCT 2021 AT 16:05

ये वक्त की दगाबाजियां है .... ये वक्त का ही हेर फेर है
किसी के दर पर अंधेर तो किसी का रोशन हर सवेर है

-


29 SEP 2021 AT 19:47

ख़ामखाँ गुजार दी ज़िंदगी किसी की आस में
दरिया में डूब कर मर गया वो शख़्स प्यास में

-


4 SEP 2021 AT 14:17

कभी राँझा ...कभी मजनूँ कभी देवदास में
इश्क़ भटका न जाने किस किस लिबास में

-


3 SEP 2021 AT 8:36

संभल जा ज़रा आईने...गर तू टूट जाएगा
मेरा एक ही अपना है वो भी रूठ जाएगा

-


Fetching Tripurari Singh Quotes