मोबाइल महाराज चालीसा।
दोहा:-मोबाइल महाराज में हर दिन जो व्यापत रहे।
खाना पीना सब छोड़ नित नित चेट करे।
मोबाइल मे पारंगत भये।
चाहे और कछु न आए।पट पट सेलफी ले रहे। जय मोबाइल महाराज।
चौपाई:-जय मोबाइल महाराज ज्ञान गुण आवत।
वाट सप दिन भर चलावत।
दिन भर अंगूठा उंगली से चलाते।
आँख फोड़ चैटिग कराते।।
गूगल पर सारा संसार दिखाते।
यूट्यूब पर व्यंजन वन बनवाते।।
टेबलेट के तुम छोटे भाई।
टीवी तुम्हारी कहावे माई।।
एक से बढ़कर एक गुणी हो।
कई कंपनियोंके धनी हो।।
एयरटेल,स्मार्टBSNL, की सिमें तुम्हारी।
आइडिया और डोकोमो में जियो सबसे प्यारी।।
जियो का इंटरनेट पूरे भारत में पहुंचायी।
देओ धन्यवाद अंबानी भाई।।
जो कोई मोबाइल रोज चलावे।
अति गुणवान सोई कहावे।।
घड़ी केमरा की छुट्टी हो गयी।
लैंड लाइन से कुट्टी हो गयी।
कहाँ तोहरे गुण बखाने।
हमको तो बस मोबाइल ही चलाने।
गुरुवासरे दिवस मे मोबाइल चालीसा दियो बनाय।
सब मिल याको पढ लियो अब हमसे कहो न जाय।।
इति श्री मोबाइल महाराज का चालीसा।
स्वरचित तृप्ता श्रीवास्तव।😄😄😜😀-
10 MAR 2019 AT 22:56