वो न सही, उसकी एक तस्वीर काफी है। याद से निकल जाए, तो आसुओं में बाकी है। मैं नहीं चाहती के वो, मुझसे मोहोब्बत करे, बस मेरा नाम सुनते ही, उसका दिल धड़क जाए ,इतना काफी है।
वो कहता है मुझे तुम्हे मनाना नहीं आता, प्यार कितना है तुमसे ये जताना नहीं आता, उन्हें कैसे बताए ईश्क वो बीमारी है, जिनका इलाज़ किसी दवा खाने में नहीं आता।