नम हैं मेरी आँखे,
लब शांत हैं,
हाँ, मन में शोर बहुत है,
लगता है जैसे किसी
सदमे में हूँ, मैं।।-
Biologist & Writer ( लिखना तो नहीं आता मगर ज़ज्बात को... read more
जो वक़्त पर आए उन्हें नम आँखों में प्यार दिखाई दिया
जो देरी से आए उन्हें पथरायी आँखों में घमंड दिखाई दिया।।-
छलकाएगे के जाम भी, देखेंगे मेहताब भी
बिताएंगे तन्हाई की आगोश में रात भी
तुम रहना ओढ़ अपने सपनों को
हम रखेंगे तुम्हें यादों में भी, चाहेंगे बातों में भी-
हवाओं का रुख कुछ बदल सा गया है
शायद उसके दिमाग पर मेरी मोहब्बत भारी पड़ी है-
तू था पेड़ जैसा
मैं थी उसकी माटी सी
जिसमें विश्वास था पानी सा
और प्यार जड़े उसके सी
जाने क्यू एक दिन
यहां सूखा पड़ा
माटी उजड़ गयी
जड़े खाक हुई
और पेड़ सुख गया-
I want to look beautiful in such a way that thousands of eyes cry after I die.
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बात बस बात होती है।
छोटी है या बड़ी है?
सुनने और कहने वाले के,
दिमाग पर होती है।-
सुनसान सड़कों पर
लगे एक पेड़ पर
बैठी कोयल की कूक
मुझे सुनायी दे रही है।
घिरे बादलों में
दूर कहीं बादलों के बीच
बिजली की गड़गड़ाहट
मुझे सुनायी दे रही है।
दूर कहीं आग की लपटों में
उम्मीदों को रोंदती हुई
इंसान की चीखें
मुझे सुनायी दे रही है।।-
रात को मृत्यु दर देख कर
दिल सिहर जाता है,
और सुकून आता है देख कर
कि उसमे कोई अपना नहीं था।
😭😭😭😭😭😭😭😭
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