पागला की ढाला बात करदे करदे,
तनै क्यूकर बात श्याणी आज्या हैं।
मेरी हासदी-हासदी कि आँख्या मैं,
तेरे करकै पाणी आज्या हैं।
मैं खोरी हुँ तेरमै,
तनै क्यूकर अपणा आपा पाज्या हैं।
रात नै चाँद-तारे देखदे होये भी,
मेरे श्यामि तेरा चेहरा छाज्या हैं।
मेरी हासदी-हासदी कि आँख्या मैं,
तेरे करकै यार पाणी आज्या हैं।-
जब उसके यार कवै मेरे आली इसी हैं,उसी हैं,
मेरे आली लफ़्जा मै बयान नी हो सकदी,
नु कहण आला चाहिए।
दो-चार दिन में थकजे हैं,मेरे so called अपणे मेरतै,
मनै सारी उम्र सताण आला चाहिए।
आज कल लोग नेम खाकै भी पलट जे हैं,
मनै पक्की जबान आला चाहिए,
मनै सारी उम्र सताण आला चाहिए।
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मैं रांझे की जगह तेरी मिसाल दिया करूँगी,
तू बेशक मनै बेवफा कैह।
पहला तनै कितना मनाया करू थी यार मैं,
इब चै तू सारी ज़िन्दगी खफा रैह।
इब ना मारू आवाज तनै,
बेटे! बेशक, दफा रैह,
अर चै सारी जिंदगी खफा रैह।-
नु बोल्या, पसंद नी हैं मनै तू,
मखा, झूठ नी बोलै यार।
नु क्वै,इसकी बन्दी, उसकी बन्दी नु नु करै हैं,
मखा, प्यार नी तोलै यार।
तू सुथरा हैं मेरतै,या सारी दुनिया जाणै हैं,
तू सुथरा हैं मेरतै,या सारी दुनिया जाणै हैं,
पर या काली शर्ट पहर कालजा नी छोलै यार।-
हीरा क्वै थे लोग मनै,
इब पत्थर कुवान की भी आस नी।
एक मानस था गेली जद लग आच्छा लागू था,
आज लोगा के बोला मै मिठास नी।
ओर किसे तै के मतलब यार मनै,
जद मेरी ज़िंदगी ए मेरे पास नी।-
नु जाणदे होये भी अक कितना प्यार हैं तनै मेरतै,
मनै तू खो दिया यार।
तेरे प्यार के लायक नी हूँ मैं,
मनै पाण ख़ातर तू फालतू मै रो दिया यार।
कदे आगै जाकै अपणी बात बण सकै थी,
पर इब तो मनै वो भरोसा भी खो दिया यार।
गलती ना करकै भी गलती करदी मनै
तेरे दिल मै नफरत का बीज बो दिया यार।-
कोई कमी नी हैं उसमै,
हासदा होया चाँद बरगा लागै हैं।
कोई रिश्ता कोनी उस गेल, क्यूकर कहदयू मैं या बात,
मनै वो अपणी जान बरगा लागै हैं।
थोड़ा अड़ियल सा हैं वो,
पर मनै उसका रूसणा-रूसाणा प्यार बरगा लागै हैं,
वो मनै हासदा होया चाँद बरगा लागै हैं।-
तेरी शर्ट तै पिछाणया था तू मनै,
आँख्या मैं आँख घाल नी पाई मैं।
मनै लाग्या था कि तू दूर होजेगा मेरतै,
पर या बात दिल नै समझा नी पाई मैं।
तू बचाणा चाहवै था इस रिश्ते नै,
पर यार! निभा तो नी पाई मैं।-
हक नी रया मेरा उसपै,
इब म्हारे नै,सिर्फ खुद का कहण लागग्या वो।
सिर्फ मेरतै बात नी करदा,
पर मनै लागै अक साऱया आगै चुप रहन लागग्या वो।
रुस्या बैठ्या हैं मेरतै खुद,
पर खुद किसी ओर नै मनाण लागग्या वो,
इब मेरतै घणा नाराज़ रहण लागग्या वो।-
जान देण नै भी तैयार हूं मैं,
अर तू दिल देण तै घबरावै हैं।
घनी डिमांड थोड़ी हैं मेरी,
तनै देखण नै भी क्यू तड़पावै हैं।
तू भी मेरे बारे मै सोचे करै हैं के!?
मनै तो तेरे ए ख्याल भावै हैं।
प्यार तो तनै भी हैं मेरतै,
पर तु जाणकै सतावै हैं।
यार तू मनै क्यू तड़पावै हैं।-